top header advertisement
Home - धर्म

धर्म

मंत्र जाप रखना चाहिये इन नियमों का विशेष ध्‍यान

एकाग्रता और मन का संयम मंत्रों के जप के लिए बहुत जरुरी है। माना जाता है कि इनके बिना मंत्रों की शक्ति कम हो जाती है और कामना पूर्ति या लक्ष्य प्राप्ति में उनका प्रभाव नहीं...

मॉं लक्ष्‍मी की कृपा जल्‍दी चुकेगा ऋण, करना होंगे ये उपाय

आज के अर्थ युग में पैसा हर किसी की जरूरत है। हालांकि, इस भौतिकतावादी समाज में इंसान हर सुख और वैभव की चीज को खरीदना चाहता है, जिसके लिए वह ऋण लेता है। कई बार कुछ मजबूरियों के...

गुरूभक्ति - सेवा से क्षणभर में ही मिला जीवनभर का ज्ञान

सनातन संस्कृति में गुरु को सर्वोच्च स्थान दिया गया है और गुरु का गुणगान भी खूब किया है। साथ ही कहा गया है कि गुरु से ज्ञान प्राप्त करने के लिए उनकी सेवा और सत्यनिष्ठा जरूरी...

बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्‍नान से मिट जाते है जन्‍मों के पाप

बुद्ध पूर्णिमा वैशाख मास पूर्णिमा को मनाई जाती है। बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म को मानने वालों के लिए अत्यंत शुभ दिन होता है। बुद्ध पूर्णिमा इस बार 30 अप्रैल (वौशाख शुक्ल...

विचारों को सुंदर बनाती है भागवत कथा

श्रीमद् भागवत कथा सुनने से विचार सुंदर हो जाते हैं। इससे जीव का लौकिक और पारलौकिक जीवन सुखमय हो जाता है। भागवत सभी रोगों का निवारण करने वाली औषधि है, लेकिन जरूरत है तो इसके...

अपने भक्‍त प्रहलाद की रक्षा के लिए भगवान विष्‍णु ने लिया था नरसिंह अवतार

नरसिंह जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस बार नरसिंह जयंती 28 अप्रैल 2018 को है। इस जयंती का हिन्दू धर्म में बड़ा ही महत्त्व है। भगवान श्रीनरसिंह...

जनक की दुलारी यूँ बन गई सीता

मिथिला के राजा जनक बहुत ही पुण्यात्मा थे, धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़ चढ़ कर रुचि लेते। एक बार मिथिला में भयंकर अकाल पड़ा, जिसने उन्हें बहुत विचलित कर दिया। प्रजा को भूखों...

पूर्व जन्‍मों के पापों का नाश करता है बेलपत्र

हिंदू धर्म में कई सारे देवी-देवता हैं। इनमें से ही एक हैं भगवान शिव शंकर जी। भगवान शिव के बारे में कहा जाता है कि वह बहुत ही नरम दिल हैं और अपने भक्त की पुकार बड़ी जल्दी सुन...

राजा जनक ने खेत में जोता था हल, तब धरती के आंचल से प्रकट हुई थी मॉं सीता

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को सीता नवमी या जानकी नवमी के रूप में मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन सीता जी का प्राकट्य हुआ था इसीलिए यह पर्व मां सीता के जन्म...

भगवान से लें जीवन की प्रेरणा

किसी भी कार्य को करने की प्रेरणा, आपको कहीं से भी मिल सकती हैं। लेकिन हम भगवान से क्या प्रेरणा ले सकते हैं यह बात बहुत मायने रखती है। क्योंकि भगवान ने ही सृष्टि की रचना की...