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धर्म

शिव-महापुराण कथा : पशुओं से मनुष्‍य में होता है अधिक बल

भोपाल। भगवान शिव ने श्रष्टि के समस्त जीवों की उत्पत्ति की। लेकिन सबसे अधिक प्रसन्नाता प्रभु को मानव की रचना करने में हुई। क्योंकि सभी जीवों में मानव ही एकमात्र ऐसा प्राणी...

अपने अंदर के आनंद में छिपे हुए परमानंद को ढूंढें

अगर आप लगातार सकारात्मक प्रयास नहीं करते हैं तो नकारात्मक शक्ति सारी चीजों को अपने नियंत्रण में ले लेती है। तनाव के दो स्रोत हैं- आंतरिक और बाह्य। आंतरिक स्रोत में विचार,...

श्रीराम महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा में हुआ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

उज्जैन। समाज कल्याण एवं विश्व शांति के लिए निनोरा में हो रहे श्री राम महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव हुआ। भक्तों ने फूलों...

माथे पर तिलक के साथ क्‍यों लगाते है अक्षत ?

हिंदू धर्म में धार्मिक कार्य के दौरान तिलक लगाया जाता है। तिलक के बाद उस पर चावल भी लगाया जाता है। क्या आप जानते हैं तिलक के बाद चावल क्यों लगाया जाता है। नहीं जानते तो हम...

बच्‍चों के सुखद भविष्‍य के लिए स्‍वयं को भी बदलें

बच्चे पर दबाव न डालें। कभी भी जबरदस्ती न करें। भूलकर भी हिंसा न करें, बहुत प्रेम से, अपने जीवन के परिवर्तन से, बहुत शांति से, बहुत सरलता से बच्चे को सुझाएं। आदेश न दें, यह न...

विश्व परिवार बनाती है गीता

           स्वर के विकृत होने पर गीत से भी रोने की भासना आती है। गीता के सर्वोच्च ज्ञान को जीवन में उतार न पाने से मानवता भी पतित-भिखारी बन गयी है। संगीतमय जीवन बनाना...

ध्यान पद्धति द्वारा ही मानसिक तनाव और दुखों से मुक्त हुआ जा सकता है

ध्यान बिखरे हुए मन को एकत्रित कर परम शांति प्रदान करता है ध्यान साधना द्वारा ही एक शिष्य अपने विचारों को सत्यनिष्ठ, दृढ़ एवं स्थिर बनाने में...

जो सारे जग को पहचानें, वो शिव हो जाता है।

इंदौर। अराजकता, हिंसा, षड्यंत्र और छल-कपट से मिली जीत मन को कचौटती है। हम शस्त्र से डरते हैं लेकिन यह नहीं भूलें कि शास्त्र का डर होगा तो हम अधर्म के मार्ग पर नहीं चलेंगे और...

हनुमान प्रकट महोत्सव सामूहिक चालिसा का पाठ

उज्जैन। श्री हनुमानजी प्रकट महोत्सव 2018 के अंतर्गत अलखधामनगर स्थित श्री मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पर तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा...

जीवन में परिवर्तन जरूरी : स्वामी सुखबोधानंद

हमारा जीवन लगातार ही बदलावों से गुजरता है। अगर हम बदलावों को स्वीकार करना बंद कर दें तो हमारा जीवन ठहर जाएगा। हर अनुभव हमें प्रेम और मौन दोनों में आगे बढ़ने या कहना चाहिए कि...

अखण्‍ड सौभाग्‍य देने वाला होता है गणगौर

गणगौर का पर्व चैत्र शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, इसे गौरी तृतीया भी कहते हैं. होली के दूसरे दिन (चैत्र कृष्ण प्रतिपदा) से जो कुमारी और विवाहित और नवविवाहित महिलाएं प्रतिदिन...