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हो रहा संस्कृति सीता हरण, राम के हनुमान तुम क्यों मौन हो


 

गायत्री शक्तिपीठ पर हनुमान जन्मोत्सव पर हुआ राष्ट्र रक्षा अनुष्ठान

उज्जैन। गायत्री परिवार पर हनुमान जन्मोत्सव के तहत शनिवार को सांयकाल 7 से 9 बजे तक संस्कृति की सीता को बचाने के संकल्प के साथ 108 संकल्पित साधकों ने राष्ट्र रक्षा अनुष्ठान के तहत सुंदर काण्ड का पाठ किया। 

उपक्षोन समन्वयक महाकालेश्वर श्रीवास्तव ने साधकों का जामबंत की तरह आवाहन करते हुए कहा कि हो रहा संस्कृति सीता हरण-राम के हनुमान तुम मौन क्यों हो। आपने बताया कि भारतीय संस्कृति में राष्ट्र को व्यापक अर्थ में प्रयुक्त किया गया है। हमारे देश ने विश्व को शांति का पाठ पढ़ाया लेकिन कई कारणों से यहां पर अशांति फैलाई जा रही है। आज के हमारे अनुष्ठान से देश की सीमाओं पर डटे सैनिकों तथा आंतरिक सुरक्षा के लिए जुटे सिपाहियों का मनोबल बढ़े साथ ही नागरिकों में राष्ट्रीयता की भावना प्रगाढ़ हो यही भगवान बजरंगबली से प्रार्थना करते हैं। यहाँ पर देव पूजन के बाद वैदिक राष्ट्रगान का हिन्दी अनुवाद वाला गीत ‘भारत वर्ष हमारा प्यारा, अखिल विश्व से न्यारा। सब साधन से रहे समुन्नत, भगवान् देश हमारा’ का गायन किया गया। राम नवमीं को 108 साधकों द्वारा लिए गए अनुष्ठान की पूर्णाहुति दीपयज्ञ के साथ हुई।

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