top header advertisement
Home - धर्म

धर्म

शास्‍त्र मतानुसार महिलाऐं भी कर सकती है श्राद्ध ?

पूर्वजों की स्मृति को बनाए रखने के लिए सोलह दिनों तक श्राद्धपक्ष का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि इन दिनों में पितृ- पृथ्वीलोक पर आते हैं और अपने परिजनों से श्राद्ध और...

पाप छिपा कर करते हैं और पुण्य दिखाकर

संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में लगा छप्पन भोग उज्जैन। धरती का एक नाम कृष भी है, धरती का एक नाम क्षमा है। मोबाईल का एक नाम कर्ण पिशाचिनी है, कान में आकर बोलती है। मन, बुध्दि,...

घर में क्‍यों नहीं रखना चाहिए महाभारत ग्रंथ ?

धर्मयुद्ध की कहानी धर्मयुद्ध की कहानी महाभारत युद्ध को दुनिया के सबसे भयानक और खौफनाक युद्ध के रूप में जाना जाता है। लगभग 16 दिनों तक चले इस युद्ध के विषय में ऐसा कहा जाता...

इंदिरा एकादशी व्रत से मिलता है पितृों को मोक्ष, ऐसे करना चाहिए व्रत और पूजा ..

हर महीने आने वाली कृष्ण और शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि का बहुत महत्व है। इंदिरा एकादशी का व्रत ऐसा है जिसके प्रभाव से हर तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं साथ ही अंत काल में मोक्ष की भी...

शारदीय नवरात्र नौ दिनों में दो अमृत सिद्धि, दो सर्वार्थ सिद्धि, दो रवि योग रहेंगे फलदायी

भोपाल। शारदीय नवरात्रि में हर दिन कोई न कोई शुभ मुहूर्त के योग बन रहे हैं। इस वर्ष देवी दुर्गा का आगमन हाथी पर होगा और वापसी भैसे पर होगी। पं. धर्मेंद्र शास्त्री के अनुसार...

24 सितंबर को दसवीं का श्राद्ध

उज्जैन। महालय श्राद्ध के अंतर्गत 24 सितंबर को जिनके परिवारों में पूर्वजों की मृत्यु दशमी तिथि को हुई है उनके लिए श्राद्ध का दिन है। श्री क्षेत्र पंडा समिति के अध्यक्ष...

नवमी श्राद्ध: आज के दिन होता है सुहागिन स्‍त्रियों का श्राद्ध

आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या पंद्रह दिन पितृपक्ष तक के पंद्रह दिन पितृपक्ष या श्राद्धपक्ष के नाम से जाने जाते हैं। इन दिनों में लोग अपने पूर्वजों को याद करते...

आज नवमी का श्राद्ध, इस दिन वृद्धों एवं सौभाग्यवती के लिए भी करे श्राद्ध

उज्जैन। महालय श्राद्ध के अंतर्गत आज 23 सितंबर को नवमी तिथि में जिनके परिवार में पूर्वजों की मृत्यु हुई है उनके लिए श्राद्ध का दिन है।...

ज्ञात-अज्ञात सभी पितृ के मोक्ष के लिए होता सर्वपितृ अमावस्‍या का श्राद्ध

  भारतीय परंपरा में आश्विन मास वर्ष के सभी 12 मासों में खास माना जाता है। इसी मास में देवी आराधना का उत्सव नवरात्र होता है, लेकिन उससे पहले पितरों की कृतज्ञता का पर्व...

श्राद्ध पक्ष में इसलिए बनती है खीर-पूरी

सोलह श्राद्ध के दौरान पितृों को भोग लगाने के लिए बनाए जाने वाले भोजन का भी बड़ा महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि पितृपक्ष में श्राद्ध के दौरान वही खाना बनाना चाहिए...

उज्‍जैन के गया कोठा तीर्थ में प्रकट हुई थी फल्‍गु, पितृों को मिलती है मुक्ति

उज्जैन। पुराणों में उज्जैन को मोक्षतीर्थ के रुप में जाना जाता है। यहां किसी भी व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने के बाद उसकी आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए किये जाने वाले...

141 दिनों बाद शनि होंगे मार्गी, मिलेगी कष्‍टों से मुक्ति

इंदौर। 141 दिन बाद वक्री शनिदेव 18 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर मार्गी होकर सीधी चाल चलेंगे। ज्योतिर्विदों के अनुसार उनके मार्गी होने पर शनि की साढ़े साती, ढैया के साथ शनि से...