26 सितंबर को द्वादशी और त्रयोदशी का श्राद्ध
उज्जैन। महालय श्राद्ध के अंतर्गत 26 सितंबर को द्वादशी एवं त्रयोदशी तिथि में जिन परिवारों में पूर्वजों की मृत्यु हुई है उनके लिए श्राद्ध का दिन है।
श्री क्षेत्र पंडा समिति के अध्यक्ष पं. राजेश त्रिवेदी आमवाला पंडा ने बताया कि जो लोग विभिन्न कामनाओं के साथ पूर्वजों का श्राद्ध कर उन कामनाओं की पूर्ति करना चाहते हैं उनके लिए द्वादशी तिथि सोने चांदी के व्यवसाय में लाभ, त्रयोदशी समाज में श्रेष्ठता, गुरुवार विद्या प्राप्ति हेतु एवं मघा नक्षत्र सौभाग्य की प्राप्ति का सूचक है।