डिजिटल युग में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा- श्री प्रदीप शर्मा
डिजिटल युग में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा- श्री प्रदीप शर्मा
उज्जैन, भारतीय कॉलेज में छात्राओं के लिए साइबर क्राइम पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि उज्जैन के पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा ने साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के उपायों पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को डिजिटल दुनिया में सतर्क रहने और साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक करना था।
अपने संबोधन में श्री प्रदीप शर्मा ने साइबर अपराध के विभिन्न प्रकारों पर प्रकाश डाला, जिनमें साइबर बुलिंग, फिशिंग, डेटा चोरी, ऑनलाइन ठगी, और सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी जैसे अपराध शामिल हैं। उन्होंने छात्राओं को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि डिजिटल युग में सुरक्षा केवल तकनीक पर निर्भर नहीं है, बल्कि उपयोगकर्ता की जागरूकता और सतर्कता भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने छात्राओं को यह भी समझाया कि अपनी व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन साझा करते समय सावधानी बरतें, अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें, और सोशल मीडिया का उपयोग करते समय सतर्क रहें। श्री शर्मा ने छात्राओं को साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर और साइबर पोर्टल की जानकारी दी, साथ ही किसी भी साइबर अपराध के संदेह की स्थिति में तुरंत पुलिस या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा, “डिजिटल युग में, जागरूकता और सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है। यदि आप सतर्क हैं, तो कोई भी आपको साइबर अपराध का शिकार नहीं बना सकता।”
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित किया गया और उन्हें साइबर सुरक्षा के महत्व को समझने का अवसर मिला।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। स्वागत भाषण भारतीय ज्ञानपीठ संस्थान की डायरेक्टर श्रीमती अमृता कुलश्रेष्ठ ने दिया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. नीलम महाडिक और सीएसपी श्रीमती दीपिका शिंदे भी उपस्थित रहीं। संचालन प्रो. दृष्टि चावड़ा ने किया।