देवी अहिल्या की जीवन गाथा ने जीता दिल
उज्जैन में देवी अहिल्याबाई होल्कर की जीवन गाथा का नाट्य मंचन किया गया। यह पहली बार था जब शहर में इस महान शासिका की पुण्य गाथा को नाटक के रूप में प्रस्तुत किया गया।
विश्व मांगल्य सभा द्वारा देवी अहिल्याबाई के नाट्य का मंचन नागपुर से आए 35 कलाकारों ने किया। संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश तथा विश्व मांगल्य सभा के संयुक्त तत्वाधान मे पुण्यश्लोक देवी अहिल्या के जन्म त्रिशताब्दी के अवसर पर राष्ट्र समर्था देवी अहिल्या की पुण्य गाथा का नाटय मंचन मंगलवार को कालिदास अकादमी परिसर स्थित मुक्ताकाशी मंच पर किया गया।
कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर राष्ट्र समर्था देवी अहिल्या की पुण्य गाथा को जीवंत किया, तो उपस्थित दर्शक भी भावविभोर हो गए।
नाटक की विषय वस्तु में अहिल्याबाई के बचपन से लेकर महारानी बनने और राष्ट्र व धर्म की उन्नति में योगदान तक को शामिल किया गया है। नाटक प्रारंभ होने के पहले अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।