ललित गर्ग भारत जहां साम्प्रदायिक सौहार्द एवं आपसी सद्भावना के कारण दुनिया में एक अलग पहचान बनाये हुए है वहीं यहां के पर्व-त्यौहारों की समृद्ध परम्परा,...
आपका ब्लॉग
500 बड़े डिफाल्टर दबा बैठे हैं बैंकों के 2,40,000 करोड रूपये, किसानों की ऋण माफी के नाम पर सरकार का साफ इंकार
डॉ. चंदर सोनाने रिजर्व बैंक ने हाल ही में बैंकों से ऋण लेकर उसे नहीं देने वाले 500 बड़े डिफाल्टरों की पहचान की है। इन डिफाल्टरों...
आंदोलनकारी 7 किसानों की मौत : एक-एक करोड़ का मुआवजा, क्या अराजक होना फायदेमंद सौदा है ?
संदीप कुलश्रेष्ठ मध्यप्रदेश के मालवांचल में किसानों का आंदोलन अब समाप्त हो गया है। किंतु यह आंदोलन अनेक प्रश्नचिन्ह छोड़ गया है। किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर जिले के...
प्रणव दा के नाम पर सर्वसम्मति क्यों जरूरी ?
-ललित गर्ग- आगामी 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारों को लेकर चल रही राजनीतिक गतिविधियों तेज हो गयी है। सत्ताधारी पार्टी...
मुख्यमंत्री आखिर किसानों के वास्तविक प्रतिनिधियों से बात क्यों नहीं कर रहे ?
संदीप कुलश्रेष्ठ आज किसानों के आंदोलन का आँठवा दिन है। इस बीच किसान उग्र और हिंसक भी हो गए। मंदसौर में पुलिस द्वारा गोली...
किसानों की वाजिब मांगों के स्थायी निराकरण के लिए सरकार को किसान आयोग बनाना चाहिए
डॉ. चंदर सोनाने पिछले पांच दिनों से चल रहे किसानों के आंदोलन की प्रमुख मांगें कोई नई नहीं हैं । काफी समय से किसान अपनी...
पर्यावरण पर पहली राष्ट्रीय हिन्दी मासिक ‘‘पर्यावरण डाइजेस्ट’’ के प्रकाशन के तीन दशक
क्रान्ति कुमार वैद्य ‘पत्रकार’ पर्यावरण पर पहली राष्ट्रीय हिन्दी मासिक पत्रिका ‘‘पर्यावरण डाइजेस्ट’’ ने अपने निरन्तर सफल प्रकाशन के तीस...
खबरों के खजाने का सूखाग्रस्त क्षेत्र ...!!
तारकेश कुमार ओझा ब्रेकिंग न्यूज... बड़ी खबर...। चैनलों पर इस तरह की झिलमिलाहट होते ही पता नहीं क्यों मेरे जेहन में कुछ खास परिघटनाएं ही उमड़ने - घुमड़ने लगती है। मुझे लगता है...
कब तक लूटती रहेगी नारी अस्मिता?
-ः ललित गर्गः- यमुना एक्सप्रेस-वे के पास चलती कार को रोककर हत्या और चार महिलाओं के साथ दुष्कर्म की खौफनाक वारदात ने न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि समूचे राष्ट्र को शर्मसार किया...
कब थमेगा यह खूनी मंजर
-ः ललित गर्गः- ब्रिटेन के मैनचेस्टर शहर में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर दुनिया को हिला कर रख दिया है। इस अमानवीय, क्रूर...
तीन साल तो मात्र एक पड़ाव है
- ललित गर्ग - परिवर्तन कब किसके रोके रुका है। न पहले रुका, न आगे कभी रुकेगा। बस प्रतिक्रियावादी या कट्टरवादी-हार्ड लाइनर्स इसकी रफ्तार कम कर सकते हैं।...
गणि राजेन्द्र विजय: दांडी पकडे़ आदिवासियों के ‘गांधी’
-ललित गर्ग - देश मंे यात्राएं बहुत हुई हैं व होती रहती हैं। पैदल यात्राएं हमारी संस्कृति व जन जीवन की एक बहुत पवित्र विधा रही है। इससे लोक जीवन को...
दूर के रसगुल्ले , पास के गुलगुले ...!!
तारकेश कुमार ओझा इसे जनसाधारण की बदनसीबी कहें या निराशावाद कि खबरों की आंधी में उड़ने वाले सूचनाओं के जो तिनके दूर से उन्हें रसगुल्ले जैसे...
नारद पत्रकार ही नहीं, जनउद्धारक थे
- ललित गर्ग - देव ऋषि नारद या नारद मुनि ब्रह्माजी के पुत्र और भगवान विष्णु के बहुत बड़े भक्त हैं। वह इधर की बात उधर करके, दो लोगों के बीच आग लगाने के लिये काफी...
मोगरी से पुरुषों की पिटाई का सन्देश क्यों?
-ः ललित गर्गः- मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा महिलाओं को अपने शराबी पति की कपड़ों को पीट कर धोने की ‘मोगरी’...
एक नये अध्याय की शुरुआत
मुनि श्री ऋषभ के आचार्य पदारोहण दिवस पर विशेष - ललित गर्ग - भारत अपनी अध्यात्म प्रधान संस्कृति से विश्रुत था किन्तु आज उसने ‘जगद्गुरु’ होने की पहचान खो दी...