वे जननायक, प्रखर वक्ता, भारत माता के सच्चे सपूत थे। - पीएम मोदी
नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार शाम पांच बजे निधन हो गया है। वह बीते 66 दिनों से एम्स में भर्ती थे। इस बीच गुरुवार सुबह से ही एम्स में केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की हलचल बढ़ गई थी।
इसके बाद पीएम मोदी ने शाम को मीडिया के सामने अपनी बात रखी और कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि वे जननायक, प्रखर वक्ता थे। वे मां भारती के सच्चे सपूत थे। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया है। उनका निधन संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरे लिए तो अटल जी का जाना पिता तुल्य व्यक्तित्व का साया सिर से उठने जैसा है। उन्होंने मुझे संघ में अनुशासन से काम करना सिखाया था।
वे जब भी मिलते थे, पिता की तरह स्नेह देते थे। आत्मीयता के साथ गले लगाते थे। मेरे लिए उनका जाना एक ऐसी कमी है जो कभी भर नहीं पाएगी। अटल जी ने अपने कुशल नेतृत्व और अविरत संघर्ष से जनसंघ से लेकर भाजपा तक इन संगठनों को मजबूती के साथ खड़ा किया।
इससे पहले राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि- अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति !
मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- ''मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।''
इसके आगे मोदी लिखते हैं-
'लेकिन वो हमें कहकर गए हैं-
“मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?”''
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ट्वीट किया- हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। उनका नेतृत्व, दूरदर्शिता, परिपक्वता और वाकपटुता ने उन्हें अलग पहचान दी। अटलजी का विराट व्यक्तित्व रहा है और हम सबको उनकी कमी महसूस होगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया- जहां एक तरफ अटल जी ने विपक्ष में जन्मी पार्टी के संस्थापक व सर्वोच्च नेता के तौर पर संसद और देश में एक आदर्श विपक्ष की भूमिका निभाई वहीं प्रधानमंत्री के रूप में देश को एक निर्णायक नेतृत्व भी प्रदान किया। अटल जी ने अपने विचारों और सिद्धांतों से भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी है।
जहां एक तरफ अटल जी ने विपक्ष में जन्मी पार्टी के संस्थापक व सर्वोच्च नेता के तौर पर संसद और देश में एक आदर्श विपक्ष की भूमिका निभाई वहीं प्रधानमंत्री के रूप में देश को एक निर्णायक नेतृत्व भी प्रदान किया। अटल जी ने अपने विचारों और सिद्धांतों से भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी है
विचारधारा के लिए समर्पित एक स्वयंसेवक व संगठन के एक अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। एक ऐसे विरले राजनेता,प्रखर वक्ता,कवि और अभिजात देशभक्त,भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन न सिर्फ भाजपा बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
विचारधारा के लिए समर्पित एक स्वयंसेवक व संगठन के एक अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। एक ऐसे विरले राजनेता,प्रखर वक्ता,कवि और अभिजात देशभक्त,भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन न सिर्फ भाजपा बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया- अटल बिहारी के निधन से हुए दुख को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। उन्होंने शक्तिशाली और विकसित भारत के विचार को पोषित किया, जिसमें सभी लोग एकता, शांति और सौहार्द के साथ रह सकें।
वहीं, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने ट्वीट किया- वह वास्तव में अजातशत्रु थे, जिन्होंने सभी धड़ों के लोगों को अपने साथ किया। वह पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री और योग्य नेता थे, जिन्होंने स्थिर सरकार दी। उन्होंने सिद्धांतों की राजनीति की और राजनीति में मूल्यों को भरा।
उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मैं परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हम सब के लिए ये दुखदायी क्षण है। हमारे सिर से पितृतुल्य ऐसे व्यक्तित्व का साया उठ गया, जिसने हमेशा चुनौतियों से लड़ने का साहस दिया, नई राह दिखाई। आज एक राजनीतिक युग का अंत हो गया।
मैं परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हम सब के लिए ये दुखदायी क्षण है। हमारे सिर से पितृतुल्य ऐसे व्यक्तित्व का साया उठ गया, जिसने हमेशा चुनौतियों से लड़ने का साहस दिया, नई राह दिखाई। आज एक राजनीतिक युग का अंत हो गया।
कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया- आज भारत ने अपना महान बेटा खो दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लाखों लोग प्यार करते थे और उनका आदर करते थे। उनके परिवार और उनके सभी प्रशंसकों को मेरी श्रद्धांजलि। हम सबको उनकी कमी खलेगी।
आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबाबू नायडू ने कहा कि हमने इस दुर्भाग्यपूर्ण दिन पर देश के सबसे महान दूरदर्शियों में से एक खो दिया है। भारत के प्रिय पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी हमें और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। उनको शांति मिले।
रतन टाटा ने कहा कि हम सभी जो श्री अटल बिहारी वाजपेयी को जानते थे, इस खबर को सुनने के बाद दुखी हैं, वह करुणा और हास-परिहास की महान भावना के साथ एक महान नेता थे। उन्हें बड़ी संख्या में प्यार से याद किया जाएगा।
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि भारत ने एक महान नेता, जनता के नेता और एक दूरदर्शी खो दिया है जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश और उसके लोगों की सेवा में समर्पित किया है।
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि अटल जी को राजनीतिक विचारधारा में लोगों द्वारा सम्मानित किया गया था। मैंने वर्षों से उनके साथ कई बातचीत की थी। वह हर राजनेता के अनुकरण के लिए आदर्श है।