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Home - उज्जैन << स्वच्छता की गतिविधियां इस प्रकार से होनी चाहिए जिसमें शहर के नागरिकों की सहभागीता अधिक से अधिक हो -महापौर श्री मुकेश टटवाल स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अभियान की समीक्षा बैठक में महापौर ने अधिकारियों को दिए निर्देश

स्वच्छता की गतिविधियां इस प्रकार से होनी चाहिए जिसमें शहर के नागरिकों की सहभागीता अधिक से अधिक हो -महापौर श्री मुकेश टटवाल स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अभियान की समीक्षा बैठक में महापौर ने अधिकारियों को दिए निर्देश


उज्जैन- स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अभियान अंतर्गत यदि उज्जैन शहर को नंबर वन के पायदान पर लाना है इसके लिए शहरवासियों का स्वच्छता की गतिविधियों में अधिक से अधिक सहभागीता होना बहुत ही महत्वपूर्ण है, बिना शहरवासियों की भागीदारी के हम स्वच्छता की गतिविधियों एवं सर्वेक्षण में सफल नहीं हो सकते है। यह बात सोमवार को नगर निगम मुख्यालय में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अभियान समीक्षा बैठक में महापौर श्री मुकेश टटवाल द्वारा कही गई। आपने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में उज्जैन शहर का नाम रोशन करना है तो उज्जैन शहर के नागरिकों के साथ-साथ, स्कूल के बच्चों में भी जागरूकता का होना आवश्यक है बच्चे अपने घर पर जाकर अपने माता-पिता को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएंगे तो निश्चित ही नगर निगम के इस अभियान में सफलता प्राप्त होगी। स्वच्छता का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार करते हुए अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है, शहर के जनप्रतिनिधियों, समस्त वार्डों में मोहल्ला समिति के साथ बैठक करते हुए छोटी-छोटी बस्तियों में भी स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता की गतिविधियां संचालित की जाने की आवश्यकता हैै बैठक में स्वच्छ भारत मिशन अभियान के नोडल अधिकारी उपायुक्त श्री योगेंद्र सिंह पटेल द्वारा जानकारी देते हुए अवगत करवाया गया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अभियान के अंतर्गत 9,500 अंकों की परीक्षा होगी जिसमें 60ः सर्विस लेवल प्रोग्रेस जिसके 5705 अंक, 26ः डॉक्यूमेंटेशन जिसके 2500 अंक, 14ः जनआंदोलन जिसके 1295 अंक है यदि हम इन सभी में एकजुट होकर कार्य करेंगे निश्चित ही उज्जैन शहर स्वच्छता में नंबर वन आएगा इसके लिए नगर निगम द्वारा कार्य भी किया जा रहा है। सर्वेक्षण में शहर के नागरिकों की 100ः सहभागिता होना चाहिए इसके लिए मुख्य रूप से कचरा का पूर्ण रूप से सेग्रीगेशन होना चाहिए, गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग होना चाहिए, कचरा ना तो खुले में फेकेंगे ना ही उसे जलाएंगे सिर्फ कचरा गाड़ी में ही डाला जाना चाहिए, शहर की जो बैकलाइन है जिसका नगर निगम द्वारा सौंदर्यकरण किया गया है वह साफ एवं स्वच्छ बनाए रखना चाहिए, प्रमुख चौराहों वार्ड एवं गलियों में कहीं पर भी जीवीपी पॉइंट (कचरे का ढेर) नहीं होना चाहिए। इन सभी बिन्दुओं पर भी नगर निगम द्वारा प्रतिदिन कार्य किया जा रहा है बैठक में विभाग के प्रभारी एवं एमआईसी सदस्य श्री सत्यनारायण चौहान, उपायुक्त श्री योगेन्द्र पटेल, श्री संजेश गुप्ता,श्री मनोज मौर्य, स्वास्थ्य अधिकारी श्री आनंद विजय सिंह राठौर, श्री हरीश व्यास, समस्त जोन के जोनल अधिकारी, स्वास्थ्य निरीक्षक, उपयंत्री, दरोगा, मेट उपस्थित रहे।

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