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विक्रम विश्वविद्यालय में डेयरी टेक्नोलॉजी कोर्स पाठ्यक्रम में शामिल होने पर संगोष्ठी आयोजित, मुख्यमंत्री डॉ यादव भी हुए शामिल


उज्जैन - मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में भारत सबसे युवा देशों में से एक है। प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के विजन अनुरूप हमें इस युवा शक्ति का संपूर्ण उपयोग राष्ट्र हित व राष्ट्र विकास में करना है। डेयरी टेक्नोलॉजी एक नए मार्ग को युवाओं के लिए खोलता है। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय में डेयरी टेक्नोलॉजी की अकादमिक डिग्री कोर्स की शुरुआत की जा रही है। यह विचार मुख्यमंत्री ने विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागृह में रविवार सुबह आयोजित पशुपालन विभाग एवं विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा संगोष्ठी में रखे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि डेयरी टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षित कौशल प्राप्त युवा डेयरी टेक्नोलॉजी का उपयोग कर अपने मजबूत इरादों व मेहनत से दूध उत्पादन में मध्य प्रदेश को सर्वाेच्च स्थान पर ले जाएंगे। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है और दुग्ध उत्पादन में 9 प्रतिशत की भागीदारी के साथ मध्यप्रदेश का देश में तीसरा स्थान है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन का औसत 673 ग्राम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 471 ग्राम का है। हमें इन उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं होना है। प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, अथाह जल संपदा और उर्वरा भूमि को देखते हुए सही दिशा में समेकित प्रयास करने पर हम डेयरी के क्षेत्र में भारत के नंबर-1 राज्य बनेंगे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि प्रदेश को देश का डेयरी कैपिटल बनाने के लिए दूध की प्रति लीटर क्रय के आधार पर सरकार पशुपालकों को बोनस भी प्रदान करेगी। इसके साथ पशुधन के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए भी सरकार संपूर्ण रूप से प्रयासरत है। इसके लिए 1,00,000 हैक्टेयर सिंचाई का नया रकवा बढ़ाया जाएगा। मालवा का क्षेत्र कृषि में भी समृद्ध है तथा यह पशुपालन में भी समृद्ध बनेगा। पशुपालन का डिग्री कोर्स अब जबलपुर के साथ उज्जैन में भी छात्रों को प्रदाय किया जाएगा। भविष्य में अन्य विश्वविद्यालयों में भी यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अनुसार प्रदान किए जाएंगे।
    कार्यक्रम में स्वागत भाषण संभागायुक्त व उज्जैन दुग्ध संघ प्रशासक संजय गुप्ता द्वारा दिया गया। उन्होंने पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना व केन-बेतवा लिंक परियोजनाओं से कृषि व पशुपालन को अत्यंत फायदा पहुंचाने पर सीएम का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का आभार कुलसचिव ने माना। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना कर की गई। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री डॉ यादव को एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ हॉनर दिया गया। मुख्यमंत्री डॉ यादव का स्वागत वेद ऋचाओं की गूंज के बीच शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर उज्जैन दुग्ध संघ के प्रशासक गुप्ता व विक्रम विश्वविद्यालय कुलगुरु अर्पण भारद्वाज द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ यादव द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय के एक्टिविटी कैलेंडर का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, डीके पाण्डेय, राजेश कुशवाह, विश्वविद्यालय के समस्त स्टाफ व छात्र उपस्थित रहे।

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