पीएनबी घोटाले में मास्टर माइंड था मेहुल चौकसे, आयात-निर्यात की आड़ में होता था रकम का हेर-फेर
नई दिल्ली.पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड मेहुल चौकसी था। उसी ने फर्जीवाड़े की पूरी प्लानिंग बनाई और आयात-निर्यात की आड़ में रकम इधर-उधर की। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की विशेष अदालत में दाखिल अपनी चार्जशीट में ये आरोप लगाए हैं। चार्जशीट के मुताबिक, रकम के हेर-फेर में जिन कंपनियों का इस्तेमाल किया गया, उनके डायरेक्टर और पार्टनर डमी की तरह थे। सारे फैसले चौकसी लेता था। चौकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली है। सीबीआई ने वहां की सरकार से चौकसी के बारे में जानकारी मांगी है।
कैरेबियन में व्यापार बढ़ाना चाहता है चौकसी : अपने वकील के जरिए दिए गए बयान में चौकसी ने कहा- मैंने कानूनी तौर पर एंटीगुआ और बरबूडा की नागरिकता के लिए आवेदन किया था। कारोबार के विस्तार और 130 देशों में वीजा मुक्त आवाजाही के लिए उसने सिटीजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के तहत आवेदन किया था। चौकसी ने कहा कि जनवरी 2018 में इलाज के लिए अमेरिका जाने की जरूरत पड़ी थी। स्वास्थ्य लाभ की जरूरत को देखते हुए मैंने एंटीगुआ में बसने का फैसला किया।
मेहुल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की अपील पेंडिंग :बैंकिंग इंडस्ट्री के सबसे बड़े फ्रॉड का खुलासा होने पर सीबीआई और ईडी ने चौकसी और उसके भांजे नीरव मोदी के खिलाफ जांच शुरू की थी। इंटरपोल ने जून में नीरव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था, जबकि मेहुल के लिए अपील पेंडिंग है। सीबीआई चौकसी के खिलाफ दो मामलों में चार्जशीट दायर कर चुकी है। इसके अलावा मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है।