PM मोदी के बंगाल दौरे से पहले मिदनापुर में शुरू हुआ पोस्टर वॉर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल पहुंचने से पहले ही पश्चिमी मिदनापुर जिला सियासी युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया. तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूरे जिले में सोमवार को पोस्टर चस्पा कर दिए हैं जिसमें राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पीएम मोदी का स्वागत करती हुईं दिख रही हैं.
असल में, बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के आगमन को लेकर पूरे पश्चिमी मिदनापुर को पोस्टर औऱ फ्लेक्स से पाट दिया है, इसकी प्रतिक्रिया में टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने भी पूरे जिले में पोस्टर लगा दिए हैं. ममता और मोदी समर्थकों के बीच जारी इस पोस्टरबाजी के चलते इलाके में तनाव का माहौल कायम है.
टीएमसी ने मोदी के बंगाल दौरे से पहले ही जिले में रविवार को एक रैली का आयोजन किया था. इस दौरान तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने मिदनापुर कॉलेज ग्राउंड से कुछ मीटर की दूरी पर ही पीएम का पुतला फूंका था, जहां मोदी आज किसान रैली करने वाले हैं.
टीएमसी के एक कार्यकर्ता ने कहा, 'देश के प्रधानमंत्री मिदनापुर आ रहे हैं, जो कि एक शांतिपूर्ण शहर है. उनके इस दौरे से बंगाल के ग्रामीण इलाकों में तनाव बढ़ेगा. उनकी पार्टी के लोग चारों तरफ उत्पात मचा रहे हैं, हिंसा भड़का रहे हैं. जबकि हम इसका विरोध कर रहे हैं. हम इस इलाके में किसी तरह की हिंसा को पसंद नहीं करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'हम मिदनापुर के निवासियों से अपील करते हैं कि वे मोदी के इस दौरे का विरोध करें. मोदी झूठ बोलते हैं. उन्होंने लोगों से झूठे वादे किए. पीएम मोदी पिछले चार सालों में अपने वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं.'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर शहर में एक रैली को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह हाल ही में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने के केंद्र के फैसले के बारे में लोगों को जानकारी भी देंगे. उनकी यह रैली मिदनापुर कॉलेज ग्राउंड में दोपहर बाद होगी. यह प्रधानमंत्री का राज्य का इस साल का पहला दौरा होगा.
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है. बंगाल की सियासत में बीजेपी अपनी जड़ें जमाने के लिए पुरजोर कोशिश में लगी है. 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार उसका ग्राफ राज्य में बढ़ा है. बीजेपी शुरू से ही ममता बनर्जी को मुस्लिमपरस्त के तौर पर पेश करती रही है. बीजेपी आने वाले चुनाव में ममता की मुस्लिमपरस्ती की छवि को भुनाने की कोशिश में है. बीजेपी को इसका फायदा भी मिल रहा है. इसी का नतीजा है कि बीजेपी राज्य में दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है. इसकी वजह से राज्य में सियासी तनाव बरकार है.