निरुक्त भार्गव,वरिष्ठ पत्रकार बहुमत के दुष्चक्र में फंसे मध्यप्रदेश और इसके बाशिंदों ने गत पांच वर्षों में किस-किस तरह के आर्थिक अपराध झेले हैं और देखे हैं?...
आपका ब्लॉग
कानून में हो संशोधन जिससे लोगों को मिल सके जल्दी न्याय
डॉ. चन्दर सोनाने नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड से मिली जानकारी चौंकाने वाली है। देश की विभिन्न अदालतों में अभी तक 4 करोड़ 44 लाख से ज्यादा...
हाथ उठाओ, किस-किस को ‘जॉब’ मिला ?
निरुक्त भार्गव,वरिष्ठ पत्रकार घनघोर चर्चाएं और दावे हैं कि म.प्र. कभी ‘बीमारू’ राज्यों (बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश) की श्रेणी में गिना जाता था. अब...
सरकारी बाबुओं की दुत्कार, अब बनेगी चीत्कार !
निरुक्त भार्गव,वरिष्ठ पत्रकार “जनता का, जनता के लिए और जनता के द्वारा” जैसा नारा सुनते-सुनते कई-कई पीढ़ियों के कान पक गए और सिर के बाल भी. जमीनी स्तर पर इस तरह के...
सिर्फ़ शासक ही कह रहे हैं --- आल इज वेल !
ध्रुव शुक्ल,वरिष्ठ पत्रकार तेजी से बदलती दुनिया में जुल्म और लूट के नये रिवाजों के बीच करोड़ों लोग बेबस जीवन गुजार रहे हैं। लोग निर्वासित होकर भाग रहे हैं। युद्ध...
एग्रीकल्चर • हमारे किसान तेजी से नई चीजें अपनाते हैं, पर पहले नीतियां तो बनाएं ...सबसे ज्यादा जमीन, फिर भी हमारी उपज कम क्यों ?
डॉ. अरुणा शर्मा प्रैक्टिशनर डेवलपमेंट इकोनॉमिस्ट और इस्पात मंत्रालय की पूर्व सचिव भारत में कृषि भूमि की कमी नहीं है। यूएस जियोग्राफिकल सर्वे द्वारा जारी एक...
कांग्रेस में दिग्विजय सिंह की पहचान
ध्रुव शुक्ल,वरिष्ठ पत्रकार नया मध्यप्रदेश बनने के बाद कांग्रेस में राजनीतिक गुरु-परंपरा रही है। रविशंकर शुक्ल के दो बेटे श्यामाचरण और विद्याचरण अपने पिता के...
*खुन्नस से खेल बिगाड़ने को उतावले 17 खिलाड़ी *
कीर्ति राणा ,वरिष्ठ पत्रकार आज अंतिम दिन है मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने वाले खुन्नस के खिलाड़ियों को मनाने का। भाजपा भी जूझ रही है बागियों...
महाराष्ट्र में आरक्षण की आग: क्या मनोज जरांगे महाराष्ट्र के नए हार्दिक पटेल साबित होंगे ?
अजय बोकिल,वरिष्ठ पत्रकार सार राज्य की शिंदे सरकार की मुसीबत यह है कि वह हिंदू समाज के दूसरी जातियों को नाराज किए बगैर वो इस समस्या का हल कैसे निकाले। राज्य...
अब हर जिले में चलेगी ‘हां मैं बागी हूं’ फिल्म
चुनावी चटखारे कीर्ति राणा , वरिष्ठ पत्रकार कहीं पार्टी की चूक, कहीं बागियों के मुगालते, कहीं प्रत्याशी से अपनापन या दबाव-प्रभाव, कहीं सर्वे का हवाला, तो कहीं...
*दूध फटा, रायता फैला, समेटे कौन? *
कीर्ति राणा,वरिष्ठ पत्रकार प्रदेश की 230 सीटों में शायद ही कोई ऐसी सीट हो, जहां नीबू निचोड़ कर दूध फाड़ने की फितरत नहीं हुई हो। कांग्रेस में तो नीबू डालकर कमलनाथ ने ही...
मप्र में मुश्किल मोड़ पर चुनाव- मोशा के फेल होते प्रयोग और दिग्विजय- नाथ में दरार...
ना काहू से बैर राघवेंद्र सिंह,वरिष्ठ पत्रकार भोपाल- मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है। भाजपा - कांग्रेस ने...
क्या शिवराज को टिकिट कांग्रेस की ही ज़्यादा मदद नहीं करेगा ?
श्रवण गर्ग ,वरिष्ठ पत्रकार इस तरह की चर्चाओं के बीच कि बग़ावत जैसी स्थितियों के कारण ही भाजपा की चौथी सूची में शिवराज सिंह और उनके ‘दागी’ मंत्रियों को भी शामिल...
जीत का पिछला इतिहास इस बार कितने चेहरों पर चमक लाएगा ?
कीर्ति राणा ,वरिष्ठ पत्रकार इंदौर जिले की (महू सहित) नौ विधानसभा सीटों में से 2018 के चुनाव में भाजपा ने 5 और कांग्रेस ने 4 सीटें जीती थीं।सिंधिया के भाजपा में जाने के...
चरण वंदन बनेगा जीत का चंदन….!
कीर्ति राणा ,वरिष्ठ पत्रकार इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक तीन में चचेरे भाइयों का यह प्रेम और राऊ विधानसभा में दोनों दलों के...
मध्यप्रदेश चुनाव: क्या टिकट की मारामारी इसलिए क्योंकि राजनीति ही सर्वाधिक ‘लाभ का धंधा’ है ?
अजय बोकिल,वरिष्ठ पत्रकार सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि क्या अब चुनाव का टिकट पाना या उसका कटना ही नेताओं के जीवन- मरण का प्रश्न बन गया है? क्या समाज में जनसेवा के दूसरे...