भाद्रपद माह की दूसरी व प्रमुख (शाही) सवारी आज भगवान श्री महाकालेश्वर सात स्वरूपों में अपने भक्तों को देंगे दर्शन पालकी में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर विराजित रहेंगे
उज्जैन- श्री महाकालेश्वर भगवान की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के
क्रम में सोमवार 2 सितम्बर को सायं 4 बजे भगवान श्री महाकालेश्वर प्रमुख सवारी (शाही सवारी) में नगर
भ्रमण पर निकलेंगे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि भाद्रपद माह
की दूसरी और अंतिम सवारी 2 सितम्बर को (प्रमुख) शाही सवारी के रूप में निकलेगी। इस दौरान रजत
पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और
डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, श्री घटाटोप मुखोटा स्वरुप व सप्तम सवारी में श्री सप्तधान का
मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।
भगवान श्री महाकालेश्वर की शाही सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में
विधिवत भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का पूजन-अर्चन होने के पश्चात रजत पालकी में विराजित होकर अपनी
प्रजा के हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के
जवानों के द्वारा पालकी में विराजित भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी जाएगी।
श्री चन्द्रमौलेश्वर की पालकी अपने निर्धारित समय शाम 4 बजे से प्रारंभ होकर कोट मोहल्ला, गुदरी
चौराहा, बक्षीबाजार चौराहा, कहारवाड़ी, हरसिद्धी पाल से रामघाट पहुंचेगी।
रामघाट पर पालकी में विराजित भगवान श्री चंद्रमोलीश्वर एवं गजराज पर आरूढ़ श्री मनमहेश के
माँ क्षिप्रा के तट पर पूजन-अर्चन व आरती के बाद प्रमुख सवारी रामानुजकोट, बंबई वाले की धर्मशाला,
गणगौर दरवाजा, खाती समाज का श्री जगदीश मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर, कमरी मार्ग, टंकी चौराहा,
तेलीवाडा, कंठाल, सतीमाता मंदिर, छत्री चौक, श्री गोपाल मंदिर पर पहुचेगी। जहाँ सिंधिया स्टेट द्वारा
पररम्परानुसार पालकी में विराजित भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का पूजन किया जायेगा। उसके बाद सवारी
पटनी बाज़ार, गुदरी चौराहा, कोट मोहल्ला, महाकाल चौराहा होते हुए मंदिर परिसर में पहुंचेगी।
सवारी के दौरान श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि सवारी मार्ग में सडक की ओर व्यापारीगण
भट्टी चालू न रखें और न ही तेल का कढाव रखें। दर्शनार्थी सवारी में उल्टी दिशा में न चलें और सवारी
निकलने तक अपने स्थान पर खडे रहें। दर्शनार्थी कृपया गलियों में वाहन न रखें। श्रद्धालु सवारी के दौरान
सिक्के, नारियल, केले, फल आदि न फैंकें। सवारी के बीच में प्रसाद और चित्र वितरण न करें। इसके अलावा
पालकी के आसपास अनावश्यक संख्या में लोग न रहें। भगवान श्री महाकालेश्वर जी की सवारी का सजीव
प्रसारण श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के फेसबुक व यूट्यूब पेज पर भी किया जाएगा।