आरबीआई बोर्ड की बैठक आज, इन 3 मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
मुंबई. रिजर्व बैंक की बोर्ड बैठक शुक्रवार को होगी। इसमें प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (पीसीए), एक दिन में डिफॉल्ट से जुड़े नियम और नकदी संकट पर चर्चा के आसार हैं। आरबीआई के रिजर्व फंड पर भी बातचीत हो सकती है। नए गवर्नर शक्तिकांत दास की यह पहली बोर्ड मीटिंग होगी। उन्होंने बुधवार को ही कार्यभार संभाला है। नए गवर्नर ने गुरुवार को मुंबई स्थित सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ भी बैठक की।
बैंकर्स की मांग- पीसीए नियमों में ढील दी जाए
गुरुवार की बैठक के बाद एक बैंक के प्रमुख ने बताया कि बैंकों ने गवर्नर से पीसीए नियमों में ढील देने को कहा। रिजर्व बैंक ने 21 सरकारी बैंकों में से 11 को पीसीए में डाल रखा है। पीसीए में डाले जाने से ये बैंक कंपनियों को नया कर्ज नहीं दे पा रहे हैं।
शुक्रवार की बोर्ड बैठक में आरबीआई के रिजर्व फंड पर भी चर्चा हो सकती है। आरबीआई के फंड में 9.6 लाख करोड़ रुपए हैं। सरकार चाहती है कि केंद्रीय बैंक इसमें से कुछ रकम उसे ट्रांसफर करें। 19 नवंबर की बैठक में इस मुद्दे पर सरकार और केंद्रीय बैंक की संयुक्त समिति बनाने का फैसला हुआ था।
अभी तक समस्या यह थी कि समिति का प्रमुख कौन बने। आरबीआई चाहता है कि पूर्व डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन इसके अध्यक्ष बनाए जाएं।
वित्त मंत्री ने पहली बार माना कि आरबीआई के साथ मतभेद हैं
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पहली बार माना कि दो-तीन मुद्दों पर सरकार और रिजर्व बैंक के बीच मतभेद हैं। हालांकि, उन्होंने यह सवाल भी किया कि किसी मुद्दे पर चर्चा करने का मतलब उस संस्थान को नष्ट करना नहीं है। कर्ज और लिक्विडिटी की जिम्मेदारी रिजर्व बैंक पर है। सरकार उसका काम अपने हाथों में नहीं ले रही। कई बार स्वायत्त संस्थाओं को बताना पड़ता है कि सिस्टम में परेशानी आ रही है जिसे दुरुस्त करना जरूरी है। पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू ने भी रिजर्व बैंक से कहा था कि आर्थिक नीतियां सरकार तय करती है, मौद्रिक नीति पर रिजर्व बैंक स्वतंत्र है।