एप्पल से आगे निकली माइक्रोसॉफ्ट, 16 साल बाद बनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी
सैन फ्रांसिस्को. एपल को पीछे छोड़ माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली कंपनी बन गई है। शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार बंद होने पर माइक्रोसॉफ्ट का वैल्युएशन 851.2 अरब डॉलर (59.58 लाख करोड़ रुपए) और एपल का 847.4 अरब डॉलर (59.31 लाख करोड़ रुपए) रहा। साल 2002 के बाद पहली बार माइक्रोसॉफ्ट मार्केट कैप में टॉप पर आई है। एपल साल 2012 से पहले नंबर पर बनी हुई थी। उससे पहले एक्सॉन मोबिल टॉप पर थी।
एपल के कमजोर नतीजों की वजह से उसे नुकसान हुआ
शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट का शेयर प्राइस 110.89 डॉलर और एपल का 178.58 डॉलर रहा। इस हफ्ते इंट्रा-डे में माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप कई बार एपल से ज्यादा हुआ। लेकिन, कारोबार खत्म होने पर एपल से नीचे आ गया।
एपल इस साल अगस्त में एक ट्रिलियन डॉलर वाली पहली अमेरिकी कंपनी बनी थी। लेकिन, नवंबर महीने में इसके शेयर में 16 प्रतिशत गिरावट आई। एपल के जुलाई-सितंबर के तिमाही नतीजे विश्लेषकों की उम्मीद के मुताबिक नहीं रहने से निवेशकों ने शेयर में बिकवाली की। कंपनी ने यह ऐलान किया कि अगली बार से वो आईफोन, आईपैड और मैक की बिक्री के आंकड़े जारी नहीं करेगी। इस वजह से भी शेयर को नुकसान उठाना पड़ा।
माइक्रोसॉफ्ट का शेयर प्राइस साढ़े 4 साल में तिगुना हुआ
साल 2014 में सत्य नडेला के सीईओ बनने के बाद साढ़े चार साल में माइक्रोसॉफ्ट का शेयर प्राइस तिगुना हो चुका है। माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले महीने गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट को मार्केट कैप में पीछे छोड़ा था। अल्फाबेट का मौजूदा वैल्यूएशन 771.7 अरब डॉलर है।
माइक्रोसॉफ्ट ने 30 अक्टूबर को अमेजन को पीछे छोड़ा था। उस दिन अमेजन वैल्युएशन 803.28 अरब डॉलर और माइक्रोसॉफ्ट का 821.05 अरब डॉलर रहा था। अमेजन ने इस साल अप्रैल में में माइक्रोसॉफ्ट से आगे हुई थी।