20 प्रतिशत बढ़ी है पिछले साल भारत में करोड़पतियों की संख्या
करोड़पतियों की संख्या और उनकी संपत्ति दोनों की ग्रोथ में भारत एशिया-प्रशांत देशों में सबसे आगे है। 2016 से 2017 के दौरान यहां करोड़पतियों की संख्या 20 प्रतिशत और संपत्ति 22 प्रतिशत बढ़ी है। कंसल्टेंसी फर्म केपजैमिनी ने बुधवार को जारी एशिया पैसिफिक वेल्थ रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। यहां करोड़पतियों से मतलब उन लोगों से है जिनके पास कम से कम एक मिलियन डॉलर यानी 7 करोड़ रुपए की संपत्ति है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में जापान के अमीरों के पास सबसे ज्यादा 541 लाख करोड़ की संपत्ति है। दूसरे नंबर पर चीन के अमीरों की कुल संपत्ति 454 लाख करोड़ रुपए है।
करोड़पतियों की कुल संपत्ति 1,512 लाख करोड़ रुपए
देश करोड़पतियों की संपत्ति (रुपए)
जापान 541 लाख करोड़
चीन 454 लाख करोड़
भारत 75 लाख करोड़
हॉन्गकॉन्ग 63 लाख करोड़
ऑस्ट्रेलिया 61 लाख करोड़
7 साल में भारतीय करोड़पतियों की संपत्ति 83 प्रतिशत बढ़ी
साल करोड़पतियों की संपत्ति (रुपए)
2010 41 लाख करोड़
2011 33 लाख करोड़
2013 43 लाख करोड़
2014 55 लाख करोड़
2016 61 लाख करोड़
2017 75 लाख करोड़
पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 12.1 प्रतिशत बढ़ गए करोड़पति
देश करोड़पतियों की संख्या में इजाफा
भारत 20 प्रतिशत
द. कोरिया 17.3 प्रतिशत
हॉन्गकॉन् 15 प्रतिशत
थाईलैंड 13.6 प्रतिशत
चीन 11.2 प्रतिशत
जापान में सबसे ज्यादा 31 लाख करोड़पति, भारत में 2.6 लाख
देश करोड़पतियों की संख्या
जापान 31.62 लाख
चीन 12.56 लाख
ऑस्ट्रेलिया 2.78 लाख
भारत 2.63 लाख
द. कोरिया 2.43 लाख
एशिया-प्रशांत के करोड़पतियों की संपत्ति में 14.8 प्रतिशत इजाफा
देश करोड़पतियों की संपत्ति में बढ़ोतरी
भारत 21.6 प्रतिशत
द. कोरिया 18.3 प्रतिशत
हॉन्गकॉन्ग 16.3 प्रतिशत
थाईलैंड 14.9 प्रतिशत
चीन 12.5 प्रतिशत
एशिया के सभी अमीरों की संपत्ति 2017 में 1,510 लाख करोड़ थी। यह 2010 की तुलना में दोगुनी है। 2025 तक यह फिर दोगुनी होकर 3,000 लाख करोड़ हो जाएगी। पिछले साल दुनियाभर के अमीरों की संपत्ति में जो इजाफा हुआ उसमें 41.4 प्रतिशत एशिया पैसिफिक का था।
2010-17 तक सबसे ज्यादा 144 प्रतिशत ग्रोथ चीन में
केपजैमिनी ने 2010 से 2017 तक की संपत्ति का भी आकलन किया है। इस दौरान चीन के अमीरों की संपत्ति में सबसे ज्यादा 144 प्रतिशत इजाफा हुआ है। जापान के करोड़पतियों की संपत्ति 87 प्रतिशत और भारतीयों की 83 प्रतिशत बढ़ी है।