पंडित नेहरू की जयंती पर सोनिया गांधी और मनमोहन समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज जयंती है और इस दिन को बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। बच्चों के प्यारे चाचा के रूप में मशहूर पंडित नेहरू की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी,राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी वहीं सोनिया गांधी ने उनकी समाधि पर जाकर पुष्प अर्पित किए।
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, देश के प्रथम प्रधानमंत्री को स्मरण। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम और प्रधानमंत्री रहने के दौरान उनके योगदान को याद कर रहा हूं।
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा समय में सरकार में बैठे लोगों द्वारा पंडित जवाहर लाल नेहरू की लोकतांत्रिक मूल्यों के सम्मान वाली विरासत को कमतर करने का प्रयास किया जा रहा है। आधुनिक भारत के निर्माण में देश के प्रथम प्रधानमंत्री के योगदान को याद करते हुए सोनिया ने कहा कि नेहरू ने जिन लोकतांत्रिक मूल्यों को आगे बढ़ाया, आज उनको चुनौती दी जा रही है।
वह कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पुस्तक 'नेहरू: द इन्वेंशन ऑफ इंडिया' के पुनर्विमोचन के अवसर पर बोल रही थीं।सोनिया ने कहा कि नेहरू ने देश की सभी लोकतांत्रिक संस्थाओ के प्रति सम्मान और उनको मजबूत बनाने की संस्कृति पैदा की जिससे लोकतंत्र मजबूत हुआ।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने नेहरू के आर्थिक मॉडल और गुटनिरपेक्षता केंद्रित विदेश नीति को भी याद किया और कहा कि उन्होंने जिन लोकतांत्रिक मूल्यों को आगे बढ़ाया था आज उससे जुड़ी विरासत को कमतर करने का प्रयास हो रहा है। वहीं, थरूर ने कहा कि नेहरू ने हमेशा इस विचार को आगे रखा कि देश किसी व्यक्ति से महत्वपूर्ण है और संस्थाओं का सम्मान होना चाहिए।
आधुनिक भारत के जनक पंडित जवाहर लाल नेहरू
स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 1889 में आज ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था। उनके पिता मोती लाल नेहरू बैरिस्टर थे। नेहरू ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय लंदन से कानून की शिक्षा हासिल की थी। 1947-1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
भारत को गुट निरपेक्ष रख कर दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय नायक के रूप में उभारा। उनके नेतृत्व में कांग्रेस 1951, 57 और 62 में चुनाव जीतकर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनी। 1916 में कमला नेहरू से शादी की। 27 मई 1964 के दिन वो चिरनिद्रा में लीन हो गए। इनके जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।