गनीमत है शहर के लोगों की सेहत ठीक है। वरना नगर निगम के जिम्मेदारों ने तो सेहत बिगाडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
उज्जैन। गनीमत है शहर के लोगों की सेहत ठीक है। वरना नगर निगम के जिम्मेदारों ने तो सेहत बिगाडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। सेहत का राज पानी है, बीमारियों की जड़ प्रदूषित पानी है। शहर के बाशिंदे जो पानी पी रहे हैं इसमें वह क्लोरीन नहीं है जो होता है। क्लोरीन की टेबलेट से काम चलाया जा रहा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि नगर निगम ने क्लोरीन के सिलेंडर सप्लाय करने वाले ठेकेदार को भुगतान नहीं किया। वह भी अड़ गया। सप्लाय बंद कर दी। यानी पानी में निश्चित मात्रा वाला क्लोरीन नहीं है।