प्रदेश की सबसे अलग अनूठी परियोजना कान्ह क्लोज़ डक्ट परियोजना से होगी क्षिप्रा स्वच्छ व अविरल
उज्जैन,8 जनवरी। सिंहस्थ 2028 दृष्टिगत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की महत्वाकांक्षी सबसे अलग अनूठी कान्ह क्लोज़ डक्ट परियोजना जिससे क्षिप्रा नदी स्वच्छ व अविरल होगी,में कान्ह नदी का गंदा पानी शहर के बाहर स्वच्छ कर गंभीर डाउनस्ट्रीम में भेजा जाएगा।
बुधवार सुबह कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने कान्ह क्लोज़ डक्ट के प्रगतिरत कार्य का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति देखी।परियोजना अंतर्गत गंगेड़ी यार्ड में कार्य की प्रगति देख कलेक्टर श्री सिंह ने कास्टिंग के कार्य की गति और बढ़ाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए। इसके पश्चात कलेक्टर श्री सिंह ने छायन में कार्य का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
टनल का कार्य कर रहे श्रमिकों से कलेक्टर श्री सिंह ने टनल में जाकर जानी उनकी कुशलक्षेम
कान्ह क्लोज़ डक्ट परियोजना में शाफ़्ट के माध्यम से टनल्स बनाई जा रही है,इसमें से बामोरा ग्राम में शाफ़्ट के अंदर जाकर टनलिंग का कार्य कलेक्टर श्री सिंह ने देखा।कलेक्टर श्री सिंह ने टनलिंग का कार्य तीव्र गति से होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। कलेक्टर श्री सिंह ने टनल्स में कार्य कर रहे श्रमिकों से चर्चा कर उनकी कुशलक्षेम भी जानी।
उल्लेखनीय है कि शिप्रा शुद्धिकरण हेतु कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना के कट एंड कवर भाग में खुदाई एवं पीसीसी कार्य, टनल भाग में चार शाफ़्ट के माध्यम से वर्टिकल एवं हॉरिजॉन्टल खुदाई का कार्य एवं कास्टिंग यार्ड में प्री कास्ट सेगमेंट की कास्टिंग का कार्य प्रगतिरत है।
परियोजना के शुरुआती 6.90 कि. मी. कट एंड कवर भाग में खुदाई एवं पीसीसी कार्य प्रगतिरत है। परियोजना अंतर्गत उपयोग में लाए जाने वाले प्री कास्ट सेगमेंट की कास्टिंग का कार्य ग्राम गंगेडी में स्थित कास्टिंग यार्ड में जारी है। प्री कास्ट सेगमेंट्स को कास्टिंग यार्ड से परियोजना के एलाइनमेंट तक पहुंचाने एवं पीसीसी बेड पर रखने तथा आपस में जोड़ने का कार्य जल्द ही प्रारंभ होगा।
परियोजना के टनल भाग अंतर्गत चार शाफ़्ट क्रमशः ग्राम पालखेड़ी, चिंतामन जवासिया, बामोरा एवं देवराखेड़ी में स्थित है। शाफ़्ट नंबर 01 एवं 02 में वर्टिकल खुदाई का कार्य प्रगतिरत है तथा शाफ़्ट नंबर 03 एवं 04 में वर्टिकल खुदाई पूर्ण की जा चुकी है एवं हॉरिजॉन्टल खुदाई का कार्य प्रगतिरत है। परियोजना सितंबर 2027 तक पूर्ण होनी है।
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जयति सिंह,सिंचाई विभाग के अधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।