रूस, चीन व अमेरिका ने भारत पर किए 4.3 लाख साइबर हमले
नई दिल्ली। विश्व पटल पर तकनीक के क्षेत्र में तेजी से उभरता भारत साइबर अपराधियों का आसान लक्ष्य भी बन रहा है। इस साल की पहली छमाही यानी जनवरी से जून के दौरान देश पर कुल 6.95 लाख साइबर हमले हुए। अकेले चीन, रूस, अमेरिका, नीदरलैंड्स और जर्मनी के साइबर अपराधियों ने भारत में कुल 4.3 लाख साइबर हमले किए हैं।
वहीं, इस दौरान भारत को अपने देश में बैठे साइबर अपराधियों के 73 हजार से ज्यादा हमलों का सामना करना पड़ा। साइबर सुरक्षा से जुड़ी फिनलैंड की कंपनी एफ-सिक्योर ने इसका खुलासा किया है।
इन देशों से भारत पर साइबर हमले
कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, रूस से 2,55,589 साइबर हमले, अमेरिका से 1,03,458, चीन से 42,544, नीदरलैंड्स से 19,169 और जर्मनी से 15,330 साइबर हमले भारत में किए गए हैं। एफ-सिक्योर की रिपोर्ट के मुताबिक, साल की पहली छमाही के दौरान भारतीय हैकरों ने भी पांच देशों को अपना निशाना बनाया। भारतीय हैकरों ने ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड्स, ब्रिटेन, जापान और यूक्रेन में कुल 36,563 साइबर हमले किए गए।
विश्व में 41 हनीपॉट बनाए
साइबर हमलों का पता लगाने के लिए एफ-सिक्योर ने दुनियाभर में 41 हनीपॉट स्थापित किए हैं। हनीपॉट एक तरह का सर्वर है, जो वास्तविक आईटी कंपनियों के सर्वर की तरह लगता है, लेकिन कंपनी ने इसे जानबूझकर कमजोर बनाया है, ताकि साइबर अपराधी इसे आसानी से अपना लक्ष्य बनाएं। इन हमलों से एक आंकड़ों के आधार पर कंपनी साइबर अपराधियों के लक्ष्यों, हमलों के तरीकों और तकनीक का विश्लेषण कर उससे बचाव के उपाय करती है।
भारत का 21वां स्थान
कंपनी का कहना है कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि डिजिटाइजेशन की तरफ तेजी से बढ़ता भारत दुनिया के साइबर अपराधियों के लिए भी आसान लक्ष्य बनता जा रहा है। साइबर हमलों के मामले में दुनिया में भारत का 21वां स्थान है। जबकि अपने ही देश में बैठे साइबर अपराधियों के हमलों के मामले में भारत 13वें स्थान पर है।
अगर हम बात करें कि किस देश से दुनिया के विभिन्न देशों पर सबसे ज्यादा साइबर हमले हुए, तो ब्रिटेन पहले स्थान पर आता है। ब्रिटेन से 9.5 करोड़ से ज्यादा साइबर हमले किए गए। जबकि, सबसे ज्यादा साइबर हमले झेलने वाले देशों में अमेरिका शीर्ष पर है। इस दौरान अमेरिका में एक करोड़ से ज्यादा साइबर हमले हुए।