केरल-तमिलनाडु में भारी बारिश का अलर्ट, अरब सागर में बना लो प्रेशर का क्षेत्र
नई दिल्ली। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, देश के कुछ हिस्सों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से चक्रवात आने की आशंका है। बताया जा रहा है कि अरब सागर में डिप्रेशन काफी ज्यादा बना है। इसकी वजह से अगले 24 घंटे में केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्ष्यद्वीप में भारी बारिश होने की आशंका है।
यह बीते कुछ घंटों में पश्चिम में पश्चिमोत्तर की और करीब 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ बढ़ा है। ऐसे में आने वाले 24 घंटों के दौरान यहां चक्रवात तूफान आ सकता है। वहीं, अगले 5 दिनों के दौरान चक्रवात के पश्चिम में पश्चिमोत्तर से आगे दक्षिण ओमान और यमन तटों से होकर गुजरने की संभावना है।
कोस्ट गार्ड की ओर से बताया गया है कि कोच्चि और लक्षद्वीप में जिला और संघ शासित प्रशासन के साथ चक्रवात संबंधी किसी भी आकस्मिक स्थिति का सामना करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की गई है। इस दौरान चक्रवात का आकलन भी किया गया। बताया गया कि स्पेसिफिक डिजास्टर कंटीजेंसी और तैयारी के बारे में बैठक करने के लिए लक्षद्वीप और मिनिकॉय द्वीपों पर बैठक की गई।
अगले 12 घंटों के दौरान समुद्र की स्थिति बद से बदतर होगी। कोस्ट गार्ड ने कहा कि मछुआरों को समुद्र में न जाने और बंदरगाह वापस लौटने की सलाह दी गई है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाके में और उसके करीब में उत्तर अंडमान सागर में भी लो प्रेशर बना है। अगले 12 घंटो के दौरान यहां ऐसी ही स्थितियां रहने की संभावना है। वहीं यहां अगले 24 घंटे में डिप्रेशन काफी ज्यादा रहने की आशंका है।
अगले 72 घंटों में लो प्रशेर उत्तर पश्चिम की ओर ओडिशा तट की ओर बढ़ने की संभावना है। लिहाजा, लो प्रेशर की वजह से मौसम वैज्ञानिकों ने मछुआरों को सात से 12 अक्टूबर तक अरब सागर गहरे इलाकों में न जाने की सलाह दी है। इसके अलावा सात से 11 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी के गहरे समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है।