वर्ल्ड हार्ट डे 2018 : कैसे जानें दिल की परेशानी
यह जानना बहुत मुश्किल है कि दिल की बीमारी कब किसे अपना शिकार बनाएगी। इसलिए अपने दिल की खुद निगरानी करना बेहद जरूरी होता है। यशोदा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. असित खन्ना का कहना है कि दिल की बीमारी के मामले में सतर्कता बेहद जरूरी है। आज की जीवनशैली और खानपान को देखते हुए सेहत को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक के संभावित खतरों के बारे में इस टेस्ट के जरिए पता लगा या जा सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं यह टेस्ट :
तुरंत कराने वाली जांचें
अपनी उम्र को देखते हुए अगर आपको दिल से संबंधित कोई भी समस्या लग रही है तो इन जांचों से पता लगाया जा सकता है कि आपका दिल हार्ट अटैक के मुहाने पर तो नहीं खड़ा है।
ब्लड प्रेशर जांच
ग्लूकोमीटर से ब्लड शुगर की जांच
ऑक्सीजन सैचुरेशन
इन जांच के नतीजों को देखने के बाद कार्डियोलॉजिस्ट आपसे आगे की जांच के लिए भी कह सकते हैं। यह हैं
1. ईसीजी
2. ब्लड हार्ट अटैक मार्कर्स
ट्रोपोनिन I या ट्रोपोनिन T आदर्श रूप से पॉजिटिव या नेगेटिव रिपोर्ट की जगह खून के लेवेल की जांच की जानी चाहिए।
सीपीकेएमबी जांच भी की जा सकती है। हालांकि अब सीपीके टोटल और सीपीकेएमबी के लिए डॉक्टर नहीं कहते हैं।
सिरम मायोग्लोबिन
3. 2-डी ईकोकार्डियोग्राफी (इमर्जेंसी में)
4. कारोनरी एंजियोग्राफी : यह उन मामलों में की जाती है, जहां ज्यादातर दिल के दौरे (एमआई मायोकार्डियल इनफ्रैक्शन) के लक्षण पता चल चुके होते हैं।