2025 तक इंसानों से ज्यादा काम करेंगी मशीनें : वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम
नई दिल्ली। साल 2025 तक ऑफिसों में आधे से ज्यादा काम मशीनों के जरिए होगा। मौजूदा समय में जितना काम मशीनों से होता है, यह उससे दोगुना होगा। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने यह जानकारी दी है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑफिसों में आधे से ज्यादा काम मशीनें करेंगी, लेकिन रोबोट क्रांति से अगले पांच साल में 5.8 करोड़ नई नौकरियां बाजार में उपलब्ध होंगी। सर्वे में शामिल कंपनियों ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम से कहा कि अभी ऑफिस के कुल कार्य का 71 फीसद लोग करते हैं, जबकि 29 फीसद काम मशीनों से होता है।
रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2022 तक कर्मचारियों की हिस्सेदारी 71 फीसद से कम होकर 58 प्रतिशत पर आ जाएगी। वहीं, मशीनों के जरिए 42 फीसद काम किया जाएगा। इसके अलावा साल 2025 तक मशीन 52 फीसद काम करने लगेंगी।
व्यापक स्तर पर बदलाव लाने के बावजूद मशीन, रोबोट और एल्गोरिदम के आने से रोजगार पर सकारात्मक असर पड़ सकता है। फोरम ने कहा कि करीब 20 देशों की कंपनियों और 1.5 करोड़ कर्मचारियों के सर्वे के आधार पर हमारा अनुमान है कि इन तकनीकों से दुनियाभर में करीब 13.3 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी।
हालांकि इसके मुकाबले में करीब 7.5 करोड़ नौकरियां खत्म होंगी। फोरम ने कहा कि जहां इससे जॉब ग्रोथ में सकारात्मक बढ़ोतरी का अनुमान है। वहीं नए जॉब की क्वॉलिटी, लोकेशन, फॉर्मेट और स्थायित्व में भी अहम बदलाव आएगा।