10 साल के केशव गर्ग में अद्भुत शक्ति, जिसने भी देखा वो गया हैरान
अजमेर। आजकल के बच्चे बहुत एक्टिव है। पढ़ाई से लेकर खेलकूद तक हर काम में एक्सपर्ट देखने को मिल रहे है। हाल ही में पिछले दिनों हरियाणा के करीब 11 साल कौटिल्य एक के बाद सभी सवालों का जवाब सबकों चौंका दिया था। वहीं अब राजस्थान के भीलवाड़ा का रहने वाला 11 साल के केशव गर्ग में अद्भुत शक्ति है। जी हां, केशव वो काम कर सकता है जो कोई नहीं कर सकता है। केशव बंद आंखों (आंखों में पट्टी बांधकर) से सब कुछ कर सकता है। केशव की इस शक्ति की पहचान एक माह पहले ही परिजनों को हुई।
आंखों पर पट्टी बांधकर करता है सारे काम...
10 साल के केशव बंद आखों से वो सारे काम करता है। केशव अखबार पढ़ता है, ड्राइंग बुक में कलर भरता है यहां तक कि स्केटिंग भी कर लेता है। इसके अलावा वो सोशल मीडिया पर मैसेज डालना, पैरों के नीचे रखें नोट के नंबर तक केशव आंखों पर पट्टी बांधकर बता देता है।
केशव की माने तो वो किसी भी वस्तू का रंग आकार ही नही वस्तु की पहचान भी बता देता है। केशव का कहना है कि आंख बंद करने के बाद उसमें सेंस पॉवर जाग्रत हो जाती है। जिससे वो पढ़ लिख लेता है।
दुनिया में ढाई करोड़ बच्चों में एक होता हैं ऐसा...
परिवार वालों को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने पंजाब में अपने चिकित्सक रिश्तेदार को केशव के बारे में बताया। चिकित्सक रिश्तेदार ने अपनी परिचित न्यूरोसर्जन से केशव के बारे में बात की तो पता चला कि दुनिया मे ढाई करोड़ बच्चों में ऐसा एक बच्चा होता है जिसके ब्रेन का मध्य भाग अन्य बच्चों या बड़ो से ज्यादा एक्टिव रहता है। वहीं मेडिकल साइंस इसको मिरिकल नहीं मानते हुए इसे मिड ब्रेन एक्टिवनेस मानती है।
भीलवाड़ा का रहने वाला है केशव...
केशव भीलवाड़ा का निवासी है और अजमेर में उसका ननिहाल है। आरपीएससी के सेवानिवृत उपसचिव गोविंद नारायण अग्रवाल का केशव नवासा है। केशव की अदभुत शक्ति के बारे में जिसने भी सूना वो उसे देखने की चाह में उसके नाना के घर जा रहा है।
खेलने के दौरान शक्ति का पता चला...
केशव में अद्भुत शक्ति है इसकी पहचान एक माह पहले ही परिजनों को हुई। केशव की मां सुमन गर्ग बताती है कि भीलवाड़ा में केशव रोज सोसाइटी के बच्चो के साथ खेलता था। 23 मई 2018 को केशव का बच्चों के साथ झगड़ा हुआ। बच्चे केशव की शिकायत लेकर उसके घर आए। बच्चों ने कहा कि केशव चीटिंग कर आखों पर बंधी पट्टी को उच्चा कर जल्द उन्हें पकड़ लेता है।
केशव की मां सुमन को भी लगा कि बच्चे सही कह रहे होंगे। मगर केशव ने विरोध किया और कहा कि मैं पट्टी बांधने के बावजूद देख सकता हूं। तब उसकी मां ने पट्टी के ऊपर एक और पट्टी बच्चों के सामने बांधी और फिर खेलने के लिए कहा तब भी केशव ने बंधी आंखों के बावजूद बच्चों को पकड़ लिया। इस पर भी सुमन को विश्वास नही हुआ तो उसने केशव की आंखों में कोर्टन लगा कर फिर से पट्टी बांध दी। इस बार सुमन ने घर मे रखी चीजों को पहचानने के लिए कहा तो केशव ने सब कुछ बता दिया। जिसके बाद हर किसी को केशव की शक्ति की जानकारी मिली।