बेटा परीक्षा में फेल हुआ तो पिता ने दी पार्टी, निकाला जूलुस, की आतिशबाजी
एमपी बोर्ड का 10वीं और 12वीं का रिजल्ट घोषित हो चुका है. काफी संख्या में स्टूडेंट्स फेल हुए. खजुराहो में एक बच्चे ने रिजल्ट से दुखी होकर सुसाइड कर लिया. एक तरफ जहां समझाया जाता है कि सफलता और असफलता जीवन का हिस्सा होता है. फेल होने से स्टूडेंट्स घबरा जाते हैं और बड़ा कदम उठा लेते हैं. ऐसे में माता-पिता को जरूरत होती है कि बच्चों को बताया जाए कि आगे भी महनत कर सफलता पाई जा सकती है. सागर में एक पिता ने कुछ ऐसा किया जिसकी चर्चा हो रही है. सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले 10वीं के स्टूडेंट आशु व्यास 6 में से 4 सब्जेक्ट में फेल हो गया था. उनके पिता सुरेंद्र कुमार व्यास ने गुस्सा न होने की बजाय बेटे का जुलूस निकलवा दिया.
उनको डर था कि कहीं उनका बेटा गलत कदम न उठा ले. इसलिए उन्होंने बेटा का जुलूस निकाला, आतिशबाजी कीं और मिठाईयां तक बटवा दीं. आशु ने अपने पिता ने वादा किया है कि वो 'रुक जाना नहीं योजना' का फॉर्म भरकर 4 विषयों को पढ़ाई फिर करेगा और 10वीं कक्षा पास करेगा.
बता दें, 'रुक जाना नहीं योजना' के तहत फेल हुए स्टूडेंट फिर फॉर्म भरकर स्टूडेंट अपनी पढ़ाई समय से पूरी कर सकते हैं. इसकी परीक्षा 20 जून से शुरू होंगी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेरिट लिस्ट में जगह पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए स्कीम का ऐलान किया है. इस स्कीम के तहत 12वीं में 70 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले स्टूडेंट्स को आगे की पढ़ाई के लिए वित्तीय मदद दी जाएगी. इसके साथ ही 10वीं और 12वीं में 70 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले स्टूडेंट्स की सरकार की ओर से करियर काउंसलिंग भी की जाएगी. 10वीं में 66 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए, जबकि 12वीं में 68 फीसदी स्टूडेंट्स सफल हुए हैं.