नेशनल शूटर ने किडनैपर्स को गोलियां मारीं, पुलिस के आने से पहले देवर को छुड़ाया
नई दिल्ली. देवर को बदमाशों के कब्जे से छुड़ाने के लिए महिला नेशनल शूटर की बहादुरी और सूझबूझ देखकर दिल्ली पुलिस हैरान है। दरअसल, शूटर आयशा फलक के देवर आसिफ की रिहाई के लिए बदमाशों ने 25 हजार रुपए की फिरौती मांगी थी। खबर लगते ही आयशा ने पुलिस को कॉल किया। फिर प्लान के मुताबिक, आधी रात को खुद मौके पर पहुंची। बदमाशों ने भागने की कोशिश की तो उसने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर उन्हें घायल कर दिया और पुलिस के आने से पहले देवर को छुड़ा लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सेल्फ डिफेंस साबित करने के लिए मामले की जांच हो रही है।
- आयशा (33) के पति फलक शेर आलम ने बताया, "भाई आसिफ को किडनैपर्स ने गुरुवार रात 5 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। फिरौती के लिए कॉल आने पर मैंने और आयशा ने मौके पर जाना तय किया।"
- आयशा ने बताया, "फोन पर एक शख्स ने कहा कि अगर आसिफ को जिंदा देखना चाहते हो तो एक घंटे में 25 हजार रुपए लेकर शास्त्री पार्क आ जाओ। पहले हमें लगा कि आसिफ ही मजाक कर रहा है। लेकिन इसके बाद फौरन पुलिस को फोन किया।"
- "पुलिस ने कहा कि आप पैसे लेकर शास्त्री पार्क पहुंचो, पीछे से हम आते हैं। जैसे ही मैं पति के साथ वहां पहुंची, कैब में बैठे किडनैपर्स भागने लगे। उन्हें शक था कि पुलिस हमारे साथ है। हमने उनका पीछा किया, हमारे पीछे पुलिस चल रही थी।"
- "शास्त्री पार्क से कार भजनपुरा इलाके के एक सुनसान पार्क के पास पहुंची। मैंने उनसे कहा- हम पैसे दे रहे हैं बच्चे को छोड़ दो। मुझे देखकर वो रुक गए। पैसों का लेनदेन हो रहा था, तभी बदमाशों को अपने घिर जाने का शक हुआ तो वो भागने लगे। इस पर मैंने अपने पर्स में रखी पिस्टल निकाली और बदमाशों को जख्मी करने के इरादे से उनके पैर पर गोलियां चलाईं। इससे दोनों बदमाश जख्मी हो गए।"
डरा हुआ आसिफ मुझसे लिपट गया
- आयशा ने बताया, "आसिफ बेहद डरा हुआ था। उसने मुझे बदमाशों पर गोलियां चलाते देखा तो हैरान रह गया। उनकी कैद से छूटते ही वह दौड़कर आया और मुझसे लिपट गया।"
क्या है मामला?
- पुलिस के मुताबिक, किडनैपर्स ने गुरुवार रात आसिफ को किडनैप कर लिया था। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के साथ अपना खर्च निकालने के लिए कैब चलाता है। इसी रात आरोपी रफी और आकाश ने दरियागंज से भोपुरा के लिए कैब बुक की। उन्हें लेने के लिए आसिफ मिंटो रोड स्थित अपने घर से निकला। वहां से लौटते वक्त आरोपियों ने उसे रास्ता बदलने के लिए कहा।
- आसिफ ने बताया, "जब मैंने किडनैपर्स की बात मानने नहीं मानी तो उन्होंने मुझे गन प्वाइंट पर ले लिया। उनमें से एक सामने वाली सीट पर आकर बैठ गया और मुझे जान से मारने की धमकी दी। दूसरा हंसते हुए बोला कि अब तू अपने आखिरी वक्त में मस्ती कर ले।"
- "भोपुरा बॉर्डर के पास आकर उन्होंने कैब रुकवाई। मेरा पर्स ले लिया, लेकिन उसमें सिर्फ 150 रुपए देखकर वो नाराज हो गए और मारपीट करने लगे। इसके बाद किडनैपर्स ने फिरौती के लिए मुझसे रात करीब 1 बजे घर पर फोन लगवाया।"