कपिल मिश्रा ने सीबीआई को सौंपे अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सबूत
अपनी भूख हड़ताल तोड़ने के एक दिन बाद दिल्ली के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा आज मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कथित संलिप्तता को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीबीआई के पास पहुंचे. मिश्रा ने दावा किया कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री और दो AAP विधायकों के खिलाफ अकाट्य सबूत केंद्रीय जांच एजेंसी को दिए. यह सबूत कई फर्जी कंपनियों के साथ उनके कथित संबंधों के सिलसिले में दिए गए. मिश्रा ने हालांकि उन दो AAP विधायकों के नाम नहीं जाहिर किए जिनके खिलाफ उन्होंने सबूत दिए हैं.
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, एक शख्स जो देश की भ्रष्ट राजनीतिक व्यवस्था के खिलाफ जंग के वादे पर सवार होकर आया था, छोटे-छोटे स्त्रोतों से मिले चंदे से चुनाव लड़ने की बात करता था वह आज बेपर्दा हो गया. उन्होंने काले धन के इस्तेमाल से आम आदमी पार्टी को चलाने की कोशिश की. कभी केजरीवाल के विश्वस्त रहे मिश्रा ने 14 मई को केजरीवाल और AAP पर चंदा लेने के दौरान फर्जी कंपनियों के माध्यम से पैसा बनाने समेत व्यापक वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था. फर्जी कंपनियां वास्तव में वह कंपनियां होती हैं जो किसी ठोस कारोबार में नहीं शामिल होती लेकिन इनका इस्तेमाल अवैध लेन-देन करने के लिए किया जाता है.
पिछले 10 मई से अनशन पर थे कपिल मिश्रा
आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ दस मई से अनशन कर रहे दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने सोमवार को अनशन खत्म कर दिया है. उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों के सामने अनशन खत्म किया. उन्होंने कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल जाने से नहीं बच सकते. वह आम आदमी पार्टी को मिले चंदे में अनियमितताओं का ब्योरा देते वक्त संवाददाता सम्मेलन में बेहोश हो गए थे जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कपिल मिश्रा ने अस्पताल में डॉक्टरों के सामने अनशन को खत्म करने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि वे अब अरविंद केजरीवाल सरकार की एक-एक पोल खोलेंगे.
'अब साफ हो गया है कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट हैं'
कपिल मिश्रा ने अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘अब साफ हो गया है कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट हैं.’आप के पांच नेताओं की विदेश यात्राओं का ब्योरा देने से AAP पार्टी के इनकार करने के खिलाफ पांच दिन से अनशन पर बैठे मिश्रा कमजोरी के कारण बेहोश हो गए थे. उन्होंने आप विधायकों शिव चरण गोयल और नरेश यादव का उल्लेख करते हुए कहा कि केजरीवाल के करीबी लोगों की फर्जी कंपनियों से आप को करोड़ों रुपये का चंदा मिला. बेहोश होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
टैंकर घोटाले का लगाया है आरोप
मिश्रा केजरीवाल और उनके सहयोगियों की विदेश यात्राओं के विस्तृत विवरण की मांग करते हुए भूख हड़ताल पर थे. मिश्रा का आरोप है कि केजरीवाल ने शीला दीक्षित के मुख्यमंत्रित्वकाल में हुए टैंकर घोटाला मामले की जांच को प्रभावित किया है. उनका आरोप है कि केजरीवाल और उनके दो आदमियों द्वारा टैंकर घोटाला मामले की जांच में लगातार देरी की गई और उसे प्रभावित किया गया. पिछले वर्ष अगस्त में एसीबी ने टैंकर घोटाला मामले में शीला की कथित संलिप्तता के आरोपों में उनसे पूछतांछ की थी और उन्हें 18 लिखित प्रश्नों का एक सेट भी दिया था.
AAP पर शीला को बचाने का लगाया आरोप
पिछले सप्ताह उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार शीला को बचाने का प्रयास कर रही है. केजरीवाल सरकार ने स्टील के 385 पानी के टैंकरों की खरीद में अनियमितताओं को आरोपों की जांच के लिए जून 2015 को तथ्यान्वेशी समिति का गठन किया था. इसके बाद सरकार ने जून 2016 को तथ्यान्वेशी समिति की रिपोर्ट उपराज्यपाल नजीब जंग को भेज दी थी जिसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी.