‘रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई’ अभियान का शुभारम्भ हुआ
उज्जैन । प्रदेश स्तरीय ‘रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान’ का शुभारम्भ आज गुरूवार को शासकीय आईटीआई परिसर में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा से ही रोजगार की प्राप्ति हो सकती है। कई बार बच्चे 8वी, 9वी के बाद ड्रॉपआउट हो जाते हैं और किसी भी तरह का हुनर न होने के कारण व्यापार/व्यवसाय/सेवा नहीं कर सकते थे। ऐसे विद्यार्थियों के लिये राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में रोजगार की पढ़ाई के द्वार खोल दिये हैं। ‘रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान’ चार चरणों में पूर्ण होगा। इसमें बच्चों को कौशल की शिक्षा देकर विभिन्न तकनीकी ट्रेड में कामकाज के लिये प्रशिक्षित किया जायेगा। आईटीआई में सीखने के बाद ऐसे बच्चे गांव में ही अपना इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, कम्प्यूटर आदि का कार्य कुशलतापूर्वक करते हुए रोजगार पैदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांव में अब बिजली की कमी नहीं होने दी जायेगी। इससे रोजगार संवर्द्धन होगा।
इसके पूर्व ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री बहादुरसिंह चौहान, संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे एवं अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के संमुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में आईटीआई के प्राचार्य श्री सुनील ललावत ने बताया कि उज्जैन आईटीआई का शुभारम्भ 1963 में हुआ था और इस संस्था के प्रमाण-पत्र राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हैं। इस संस्था में मूक-बधिर विद्यार्थी भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। संस्था का प्लेसमेंट रिकार्ड भी अच्छा रहा है। कौशल विकास को आगे बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश देश में पहला राज्य है, जो इस योजना को आगे बढ़ा रहा है। ‘रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान’ 11 मई से 30 जून तक आयोजित होगा तथा इसके दौरान सौ घंटे से लेकर 1200 घंटों के प्रशिक्षण की योजना बनाई गई है। योजना से लाभ लेने वाले बच्चों का पंजीयन पोर्टल पर किया जायेगा। विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की बायोमैट्रिक अटेंडेंस लगाई जायेगी। योजना के तहत प्रथम चरण में ग्रीष्मकालीन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें स्कूल ड्रॉपआउट एवं प्रवेशित छात्रों को चिन्हित आईटीआई में प्रतिदिन दो घंटे के मान से कुल छह घंटों के आईटी एवं इलेक्ट्रिशियन डोमेस्टिक के बैसिक कोर्स सिखाये जायेंगे। ग्रीष्मकालीन शिविरों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का प्रदेश स्तर पर 30 मई को सम्मान किया जायेगा।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक नई करवट ली है। भारत की आबादी कभी बोझ मानी जाती थी, अब उसको संसाधन के रूप में तब्दील करने का काम प्रधानमंत्री ने किया है। हम हमारी आबादी को दक्ष बनायेंगे। देश में 60 करोड़ लोग 35 वर्ष से कम आयु के हैं और इसी दक्षता के चलते भारत शीघ्र ही समर्थ राष्ट्र बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत में निश्चित रूप से दक्ष व योग्य लोगों की आवश्यकता है और इस काम को ‘रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान’ के साथ पूरा किया जायेगा। विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार की यह बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है और इसका दीर्घकालीन लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा। विधायक डॉ.मोहन यादव ने कहा कि यह कार्यक्रम पूरे मध्य पदेश में एकसाथ हो रहा है। पूर्व के 60-70 वर्षों में कौशल विकास पर सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया, अब जाकर योजना बनी है, जो निश्चित रूप से फलीभूत होगी।
मुख्यमंत्री ने टेलीविजन के माध्यम से सम्बोधित किया
रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान का शुभारम्भ प्रदेश के 51 जिलों में एकसाथ किया गया। भोपाल के गोविन्दपुरा आईटीआई से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों को एकसाथ टेलीविजन के माध्यम से सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही भोपाल में ग्लोबल स्किल सेन्टर खोला जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने एक सपना देखा है कि मध्य प्रदेश की धरती पर छोटे कुटीर उद्योगों का जाल बिछाया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश को बदलना है तो सभी को सहयोग करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आईटीआई की सीट 15 हजार थीं, अब बढ़कर 02 लाख हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने प्रायवेट सैक्टर में संचालित आईटीआई को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपनी संस्था को ठीक ढंग से चलायें, नहीं तो उन्हें चलने नहीं दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान में चल रहे इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी आईटीआई में तब्दील कर देना चाहिये। इस अवसर पर श्री दिलीप बरबोटा, श्री अशोक जैन, पार्षद श्री राधेश्याम वर्मा, बड़ी संख्या में आईटीआई के शिक्षक एवं छात्र मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन मनीषा अरोरा ने किया। कार्यक्रम में मूक-बधिर बच्चों को सम्पूर्ण कार्यक्रम की गतिविधियों के बारे में सांकेतिक भाषा में इंटरप्रेटर श्री सुमित गावड़े द्वारा समझाया गया। कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बालिकाओं ने वन्दे मातरम एवं मध्य प्रदेश गान प्रस्तुत किया।
उज्जैन संभाग के अन्य जिलों में भी हुआ ‘रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान’ का शुभारम्भ
बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, व्यवसाई तथा विद्यार्थी हुए सम्मिलित
उज्जैन संभाग के अन्य जिलों में भी 11 मई को रोजगार की पढ़ाई चलें आईटीआई अभियान का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों, उद्योगपतियों तथा विद्यार्थी एवं प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। संभागीय मुख्यालय उज्जैन के शासकीय आईटीआई परिसर में इस अवसर पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद प्रो.चिन्तामणि मालवीय, विधायक डॉ.मोहन यादव, संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे उपस्थित थे।
संभाग के देवास में आईटीआई परिसर में आयोजित कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गायत्रीराजे पंवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नरेन्द्रसिंह राजपूत, महापौर श्री सुभाष शर्मा, उद्योगपति श्री मंगला उपस्थित थे। देवास में लगभग 700 व्यक्तियों ने कार्यक्रम में सहभागिता की। रतलाम के आईटीआई परिसर में केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री श्री थावरचन्द गेहलोत, सांसद श्री कान्तिलाल भूरिया उपस्थित थे। रतलाम में लगभग 500 व्यक्तियों की सहभागिता कार्यक्रम में रही। मंदसौर आईटीआई परिसर में सांसद श्री सुधीर गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका गोस्वामी, विधायक श्री यशवंतसिंह सिसौदिया सहित करीब 500 व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। नीमच के ग्राम डुंगलावदा के आईटीआई परिसर में कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां विधायक श्री ओमप्रकाश सकलेचा, विधायक श्री दिलीपसिंह परिहार जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अवन्तिका जाट, उद्योगपति श्री सीडीएस चौरडिया सहित लगभग 600 व्यक्ति मौजूद थे। शाजापुर में आईटीआई परिसर में कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां विधायकद्वय श्री जसवन्तसिंह हाड़ा व श्री अरूण भीमावद सहित करीब 01 हजार व्यक्ति उपस्थित थे। संभाग के एक अन्य जिले आगर-मालवा के सुसनेर में प्रभारी मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा, विधायकद्वय श्री गोपाल परमार व श्री मुरलीधर पाटीदार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गोहाटिया की मौजूदगी में कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां करीब 500 व्यक्ति कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।