डाॅ. शर्मा को पुलिस ने बलात्कार के झूठे प्रकरण में उलझा दिया, निष्पक्ष जांच की मांग
श्री गौड़ ब्राह्मण समाज न्यास समिति ने एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
उज्जैन। बिछड़ौद में आदतन ब्लेकमेलर, अपराधी किस्म की महिला द्वारा डाॅ. छगनलाल शर्मा के खिलाफ दर्ज कराये बलात्कार के झूठे प्रकरण के खिलाफ श्री गौड़ ब्राह्मण समाज न्यास समिति ने एसपी को ज्ञापन सौंपा। समिति पदाधिकारियों व सदस्यों ने कहा कि पुलिस गंभीरतम मामलों में भी काफी दबाव, प्रभाव के बाद प्रकरण दर्ज करती है लेकिन घट्टिया थाना पुलिस ने वरिष्ठ समाजसेवी तथा 4 दशकों से सेवा दे रहे चिकित्सक डाॅ. शर्मा को बिना जांच किये बलात्कार के झूठे प्रकरण में उलझा दिया।
समिति अध्यक्ष पं. राजेश शर्मा के अनुसार एसपी को सौंपे ज्ञापन में समिति पदाधिकारियों ने कहा कि डाॅ. छगनलाल शर्मा 62 वर्ष के हैं और 40 वर्षों से बिछड़ौद में चिकित्सकीय सेवाएं देने के दौरान कभी उनके चरित्र पर कोई दाग नहीं लगा। वे किडनी, शुगर, बीपी, हृदय सहित कई बीमारियों से घिरे हैं व दो बार उनका आॅपरेशन हो चुका है। ऐसे में उन्हें बिना सुनवाई का अवसर दिये बंजू बंजारा की झूठी शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया। मंजू के खिलाफ थाने में कई शिकायतें दर्ज हैं वह ब्लेकमेलर किस्म की है तथा पूर्व में वह कई लोगों को ब्लेकमेल कर चुकी है। अपनी इज्जत की खातिर पीड़ित चुप रहे। पुलिस को चाहिये कि वे मंजू से सख्ती से पूछताछ करे जिससे इसके गिरोह का खुलासा हो जाएगा। उक्त महिला डाॅ. शर्मा को झूठे प्रकरण में उलझाकर आर्थिक शोषण करना चाहती है। इस तरह के संदेशे डाॅ. शर्मा के परिजनों के पास आ रहे हैं व लाखों रूपयों की मांग हो रही है। रूपये नहीं देने पर हत्या करने तक की धमकी दी जा रही है। पं. राजेश त्रिवेदी, योगेश व्यास, पं. राजेश शर्मा, पं. पुरूषोत्तम शास्त्री, तपेश पाठक, ओमप्रकाश पाठक, गोपाल शर्मा आदि ने ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि इस मामले में असत्य, मनगढ़ंत आधारों पर दर्ज कराये गये बलात्कार के प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए ताकि डाॅ. शर्मा को न्याय मिल सके। साथ ही उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाकर अत्याचार करने वालों के हौंसले पस्त हों।