कश्मीर को दलदल से निकाल सकते है पीएम नरेंद्र मोदी - महबूबा मुफ्ती
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा है कि हमें कोई दलदल से निकाल सकता है तो वो नरेंद्र मोदी हैं। वो लाहौर गए थे, ये उनकी ताकत को दिखाता है। मोदी जो फैसला करेंगे, उसको पूरा देश सपोर्ट करेगा।
- घाटी में बिगड़े हालात के मद्देनजर महबूबा का यह बयान सामने आया है। - उन्होंने कहा, "अगर कश्मीर के हालात ज्यादा बिगड़ते हैं, तो जम्मू और लद्दाख में भी इसका असर होगा।" महिलाओं के एक प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि कश्मीर की समस्या 70 साल पुरानी है।
- "मेरे पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद और अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर में शांति प्रक्रिया की शुरुआत की। अब मेरे पिता इस दुनिया में नहीं रहे और वाजपेयी सरकार नहीं है। यूपीए सरकार सोचती थी कि कश्मीर में हालात सुधर रहे हैं, लेकिन अब यह बदतर हो गए हैं। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती।"
- "हमें कोई दलदल से निकाल सकता है तो वो मोदी हैं। वो फैसला करेंगे तो पूरा मुल्क सपोर्ट करेगा।"
- "पहले वाले पीएम भी पाक जाना चाहते थे, पर जुर्रत नहीं की। मोदी लाहौर गए, ये उनकी ताकत की निशानी है।"
- "जम्मू में भी कई टूरिस्ट प्लेस हैं। इन्हें डेवलप करने की कोशिश कर रहे हैं।"
हाल ही में की थी मोदी से मुलाकात
- 24 अप्रैल को महबूबा ने कश्मीर के हालात के मद्देनजर मोदी से मुलाकात की थी।
- मुलाकात के बाद महबूबा ने कहा, "राज्य में जो हालात खराब हुए, उन पर चर्चा हुई। इसमें हमारा जो अलायंस है, उस पर चर्चा हुई। मैंने पीएम को बताया कि सिंधु जल समझौते के चलते हमें नुकसान होता है। अपने लोगों से बातचीत होनी चाहिए। इससे ही रास्ता निकलेगा।"
- "हम एक ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं कि जहां गवर्नेंस और बातचीत दोनों पॉसिबल हो। अच्छे माहौल के बिना कुछ नहीं हो सकता।"
- "पत्थरबाजी के जिम्मेदार कुछ लड़के हैं, जिन्हें वॉट्सऐप और फेसबुक पर उकसाया जाता है।"
- "जब वाजपेयी जी प्रधानमंत्री और आडवाणी जी डिप्टी प्राइम मिनिस्टर थे, उस वक्त हुर्रियत के नेताओं से बात हुई थी। वो वहीं पर छूटी हुई है। मोदीजी ने भी कहा था कि मैं वाजपेयीजी के नक्शेकदम पर चलूंगा। इसलिए तो पीडीपी और बीजेपी साथ हैं। पत्थरबाजी और गोली के माहौल में बात नहीं हो सकती। माहौल को ठीक करके ही सबकुछ मुमकिन है।"
कैसे अचानक लाहौर पहुंच गए थे मोदी?
- 25 दिसंबर, 2015 को सुबह 11.30 पर मोदी ने नवाज को फोन कर उनके 66वें जन्मदिन की बधाई दी।
- पाकिस्तान के फॉरेन सेक्रेटरी एजाज चौधरी के मुताबिक, "नवाज ने कहा- प्लीज आइए। आप हमारे मेहमान बनिए। प्लीज आइए और मेरे साथ चाय पीजिए।"
- "इस पर मोदी ने कहा- हां, आ सकता हूं।"
- जब मोदी लाहौर एयरपोर्ट पर उतरे तो नवाज ने उनसे कहा, "तो... आप आखिरकार आ गए।"
- मोदी ने कहा, "बेशक। बिल्कुल।" इसके बाद दोनों मुस्कुराए और गले लग गए।
घाटी में बिगड़े हालात
- कश्मीर में 9 अप्रैल को श्रीनगर बाईपोल के दौरान भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई। इसी दौरान एक पत्थरबाज को सीआरपीएफ की जीप के बोनेट से बांधने का मामला सामने आया। फोर्स ने कहा कि पत्थरबाजी से बचने के लिए ऐसा किया गया।
- वहीं, पुलवामा के एक स्कूल में आर्मी की कार्रवाई के बाद स्टूडेंट्स भी फोर्सेस पर पत्थरबाजी करने के लिए सामने आए।
- 1 मई को पुंछ सेक्टर में पाक ने सीजफायर वॉयलेशन किया। इसमें भारत के 2 जवान शहीद हो गए। बाद में पाक की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ने LoC पार कर शहीदों के सिर काट लिए।
- 2 मई को संदिग्ध आतंकियों ने शोपियां में एक पुलिस पोस्ट पर हमला किया था। वे 4 इंसास और एक एके-47 राइफल लूटकर ले गए थे।
- इसके बाद 3 मई को पुलवामा में बैंक डकैती हुई। आतंकियों ने बैंक में हमला कर 4 लाख रुपए लूट लिए। यहां के एसपी मोहम्मद भट की मानें तो शुरुआती जांच बताती है कि इन डकैतियों में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था।
- 4 मई को छिपे आतंकियों की खोज के लिए साउथ कश्मीर में 4 हजार जवानों ने साउथ कश्मीर खासकर शोपियां और पुलवामा में सर्च ऑपरेशन चलाया था।