पीएम मोदी ने हरिद्धार में किया ‘पतंजलि शोध संस्थान’ का शुभारंभ, बाबा रामदेव ने दी मोदी जी को ‘राष्ट्रऋषि’ की उपाधि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुर्वेदिक दवाओं के क्लीनिकल परीक्षण और आधुनिक पैकेजिग के लिए बनाए गए बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ के एक शोध संस्थान का उद्घाटन किया और कहा कि यह समग्र स्वास्थ्य देखभाल की ओर एक बड़ा कदम है जो भारत के पारंपरिक उपचार पद्धति की व्यापक स्वीकार्यता का मार्ग प्रश्स्त करेगा. इस मौके पर बाबा रामदेव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाए जाने का संकल्प पारित करवाने में सफलता पाने वाले मोदी ने देश को विश्व गुरु की कुर्सी पर स्थापित कर दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी के शानदार नेतृत्व में देश समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहा है.
हरिद्वार में इस अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा, अगर आयुर्वेदिक दवाओं की आधुनिक तरीकों से पैकेजिंग की जाए तो दुनिया उन्हें तुरंत स्वीकार कर लेगी. मैं समझता हूं कि क्लीनिकल परीक्षण और आयुर्वेदिक दवाओं की पैकेजिंग के लिए आधुनिकतम प्रयोगशाला से लैस उच्च तकनीक वाले शोध संस्थान की स्थापना कर उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. देश की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति और कल्याणकारी विधाओं जैसे योग आदि के लिये आजादी से पहले या बाद में बहुत ज्यादा काम नहीं किए जाने पर अफसोस जाहिर करते हुए मोदी ने योग गुरु को इस प्रकार के संस्थान की स्थापना कर देश के पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल पद्धति की महान सेवा करने तथा दुनिया के हर घर में योग को ले जाकर उसे एक आंदोलन में बदलने के लिए बधाई दी.
पीएम मोदी को दी गई राष्ट्रऋषि की उपाधि
मोदी ने कहा कि आजादी से पहले हमारी पारंपरिक दवा और स्वास्थ्य देखभाल पद्धति के जवाहरात को जानबूझकर छिपाकर रखा गया क्योंकि हम गुलाम देश थे लेकिन आजादी के बाद भी दुर्भाग्य से देश की सरकारों ने हमारी पारंपरिक प्रणाली को बढ़ावा देने की बजाय उन्हें भुला देने का प्रयास किया. इस मौके पर प्रधानमत्री ने योग गुरु के करीबी आचार्य बालकृष्ण द्वारा पिछले दस सालों में संकलित किया गया विश्वकोश ‘वर्ल्ड हर्बल इनसाइक्लोपीडिया’ का भी विमोचन किया. इस विश्वकोश में देश में पायी जाने वाली 70 हजार से भी ज्यादा जड़ी-बूटियों के नमूने हैं. मोदी ने रामदेव और उनके सहयोगी की योग और आयुर्वेद के प्रति अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए सराहना भी की. पतंजलि योगपीठ ने देश को स्वच्छ, मजबूत और एकजुट बनाने के लिए मोदी द्वारा किए जा रहे अनथक प्रयासों के लिए उन्हें ‘राष्ट्रऋषि’ की उपाधि भी दी.
पीएम ने आभार प्रकट किया..
इस सम्मान को विनम्रता से स्वीकार करते हुए मोदी ने उपाधि देने के लिए पतंजलि परिवार का आभार प्रकट किया और कहा कि योग गुरु ने ऐसा करके उन्हें अचरज में डाल दिया. इससे पहले, उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ केके पाल और मुख्यमंत्री रावत के साथ केदारनाथ दर्शन कर सीधे पतंजलि पहुंचे मोदी का रामदेव, बालकृष्ण और पतंजलि के अन्य अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करने के बाद, मोदी को योग गुरु प्रयोगशाला ले गए जहां उन्हें उपलब्ध सुविधाओं और उपकरणों के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गई.