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तीन दिवसीय कृषि मेले का समापन हुआ


 

      उज्जैन । कृषि विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कृषि मेले का समापन बुधवार को हुआ। स्थानीय कृषि उपज मंडी परिसर में सम्पन्न इस कृषि विज्ञान मेले का लाभ बड़ी संख्या में किसानों ने प्राप्त किया। जिला स्तरीय मेले में जिले के दूरस्थ क्षेत्रों से भी किसान सम्मिलित हुए। किसानों के लिये मेले में उन्नत खेती की तकनीकें, उन्नत उपकरणों की जानकारी, खाद, बीज, उर्वरक आदि कई सारी जानकारियां मौजूद थीं। मेले में कृषि के अलावा पशुपालन, मत्स्य, डेयरी, महिला बाल विकास, उद्यानिकी विभागों के भी स्टाल लगाये गये थे। इन स्टाल पर सम्बन्धित विभागों ने उनके द्वारा संचालित योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी और किसानों को दिये जाने वाले लाभ प्रदर्शित किये थे।

      समापन अवसर पर कृषि उपज मंडी उज्जैन के अध्यक्ष श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, जिला पंचायत सदस्य श्री ईश्वरसिंह चौहान, जिला पंचायत कृषि स्थाई समिति अध्यक्ष श्री किशोर शर्मा उपस्थित थे। उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने समापन कार्यक्रम में कृषि विज्ञान मेला आयोजन की सराहना की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार के मेले किसानों के लिये नई जानकारियां प्राप्त करने का सशक्त माध्यम होते हैं। इनके द्वारा किसान उन्नत और आधुनिक खेती की ओर प्रेरित होते हैं। ये मेले कृषि के आधुनिकतम उपकरणों की जानकारी शासन की कल्याणकारी योजनाओं और विकसित खेती की दिशा में सदैव सहायक सिद्ध हुए हैं।

      उल्लेखनीय है कि ग्राम उदय से भारत उदय कार्यक्रम के तहत कृषि विभाग द्वारा कृषि महोत्सव का आयोजन गत 15 अप्रैल से 2 मई तक किया गया। उज्जैन जिले में 12 कृषि रथों के माध्यम से 426 कृषक शिविर आयोजित किये गये। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन तथा वानिकी से सम्बन्धित जानकारियां कृषक शिविरों में दी गई। शिविरों में कृषकों की समस्याओं का समाधान भी वैज्ञानिकों द्वारा किया गया। जिले में करीब 38 हजार कृषकों ने इन शिविरों में भाग लिया। करीब साढ़े 14 हजार पशुओं का टीकाकरण लगभग डेढ़ हजार पशुओं का बधियाकरण तथा 900 से ज्यादा पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया गया। इस दौरान 2200 नवीन सदस्य सहकारी संस्थाओं में जोड़े गये। विकास खण्ड स्तर पर छह कृषक संगोष्ठियां आयोजित हुई। इनमें तीन हजार से ज्यादा किसान सम्मिलित हुए। छह नये कस्टम हायरिंग सेन्टरों का भी शुभारम्भ हुआ। कृषि महोत्सव के तहत एक से 3 मई तक कृषि विज्ञान मेला आयोजित किया गया।

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