प्रधानमंत्री करे मन की जगह अब ‘गन की बात’ - उद्धव ठाकरे
कश्मीर के पुंछ जिले में लाइन आंफ कंट्रोल पर दो भारतीय जवानों के क्षत विक्षत मिलने के बाद सियासी प्रतिक्रिया भी तेज हो चुकी है. इस कड़ी में उनके सहयोगी दल के नेता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर में हमारे जवान मारे जा रहे है, प्रधानमंत्री मन की बात करते हैं. प्रधानमंत्री को चाहिए कि मन की ‘बात की जगह’ ‘गन की बात’ हो.
हाल में कश्मीर में आतंकवादी हमले बढें है
गौरतलब है कि पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम ने सोमवार को भारतीय जवानों के शवों के साथ बर्बरता की. पाकिस्तानी की ओर से की गई गोलीबारी में भारत के दो जवान शहीद हुए. करीब सुबह 8.30 बजे भारतीय जवानों की तीन टुकड़ियां पेट्रोलिंग पर निकली थी, इस दौरान एक टुकड़ी के तीन जवान फॉरवर्ड डिफेंस लाइन के करीब पहुंचे. जब जवान एलओसी के करीब 150 मीटर की दूरी पर ही थे, उसी समय पाकिस्तानी सेना ने उनपर रॉकेट लॉन्चर दाग दिये.
विपक्ष ने भी आतंकवादी हमलों पर घेरा
पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भारतीय जवानों के साथ पाकिस्तानी सेना की बर्बर कार्रवाई के बाद केंद्र सरकार से मांग की है कि सेना को कार्रवाई के लिए खुली छूट दी जाए. एके एंटनी ने कहा, 'मेरे कार्यकाल में केवल एक बार ऐसी घटना हुई है, लेकिन इस सरकार के तीन साल के कार्यकाल में ऐसी घटना तीन बार हो चुकी है. भारतीय सैनिकों के खिलाफ हुई बर्बर कार्रवाई का जवाब देने के लिए सेना को खुली छूट देनी चाहिए.'
अब महिला सांसद पीएम को चूड़िया भेजेंगी?
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान के संबंध में उसकी कोई नीति नहीं है. उन्होंने कहा, 'यूपीए सरकार के दौरान तो एक महिला सांसद ने कहा था कि वे मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजना चाहती हैं. वह सांसद अब मंत्री बन गई हैं, क्या वे अब नरेंद्र मोदी को चूड़ियां भेजेंगी?' गौरतलब है कि साल 2013 में इसी तरह की एक घटना के बाद इंदौर की एक जनसभा में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा था कि मनमोहन सिंह को चूड़िया भेजनी चाहिए.
फिर से हो सर्जिकल स्ट्राइक: रामविलास पासवान
केंद्र सरकार में बीजेपी के सहयोगी दलों ने भी सरकार से अपील की है कि वे ईंट का जवाब पत्थर से दें. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मंगलवार को कहा कि अब पानी सिर के ऊपर जा चुका है. वे फिर से सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई की जरूरत जता रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान ने भारत के सैनिकों के शव का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि देश के भीतर कुछ ऐसे हालात हैं कि शहीद के परिवार बिना सर के लाश की अंत्येष्टि करने से इंकार कर रहे हैं.