स्वच्छता सर्वेक्षण में उज्जैन देश के अग्रणी जिलों में, मुख्यमंत्री ने निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह को दी बधाई
उज्जैन । भारत सरकार द्वारा कराये गये स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के 500 स्वच्छ जिलों का चयन किया गया है, जिनमें मध्य प्रदेश के 20 जिले पुरस्कृत होंगे। इन 20 जिलों में उज्जैन जिला भी शामिल है। इसके लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंगलवार को समाधान ऑनलाइन वीसी में उज्जैन के प्रभारी कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह को बधाई दी।
एनआईसी कक्ष उज्जैन में वीसी में संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, एडीजी श्री व्ही.मधुकुमार, प्रभारी कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री एमएस वर्मा आदि उपस्थित थे।
वीसी में उज्जैन संभाग के मंदसौर, रतलाम एवं नीमच जिलों के प्रकरण भी शामिल थे। मंदसौर जिले के मुआवजे प्रकरण में आवेदक किसान दशरथ को मुआवजे की राशि के भुगतान के निर्देश दिये गये। रतलाम जिले के प्रकरण में श्री मांगीलाल आवेदक को इंदिरा आवास की अन्तिम किश्त दिलाये जाने के निर्देश के साथ ही विलम्ब के लिये दोषी व्यक्ति को दण्डित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। नीमच जिले की आवेदिका ऋतु सोलंकी ने बताया कि उसकी अंकसूची में अन्य छात्रा का फोटो दर्ज हो गया था तथा उसके आवेदन करने के बाद भी उसे नहीं सुधारा गया। प्रकरण में उसकी अंकसूची सुधारे जाने तथा दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये गये।
सीएम हेल्पलाइन के आवेदनों के निराकरण की समीक्षा में अधिकतम संतुष्टि वाले जिलों में उज्जैन संभाग के मंदसौर एवं नीमच जिलों के नाम शामिल होने पर वहां के कलेक्टर्स को शाबाशी मिली। साथ ही प्रदेश में सर्वाधिक निराकरण करने वाले 10 अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने बधाई दी, जिनमें उज्जैन संभाग के देवास जिले के अधिकारी श्री संजीव श्रीवास्तव मंडी सचिव का नाम भी शामिल था।
बताया गया कि अब मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में वे भी आवेदन शामिल किये जायेंगे, जो मुख्यमंत्री के प्रदेश के भ्रमण के दौरान उन्हें आवेदकों द्वारा सीधे प्रदान किये जाते हैं। इन आवेदनों को भी ऑनलाइन दर्ज किया जाकर समय-सीमा में उनका निराकरण किया जायेगा। जनसुनवाई के आवेदनों को भी सीएम हेल्पलाइन से लिंक करने का सुझाव दिया गया।