कृषि विज्ञान मेले का समापन आज
किसानों के लिये जानकारियों से भरपूर है कृषि मेला
उज्जैन । उज्जैन में आयोजित तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेला 3 मई को सम्पन्न होगा। गत 01 मई से चल रहे इस मेले में कृषकों को उन्नत खेती और फायदे की खेती के लिये भरपूर जानकारियां प्राप्त हुई हैं। कृषि वैज्ञानिकों और कृषि अधिकारियों द्वारा प्रत्येक दिवस संगोष्ठियों के माध्यम से किसानों से रूबरू होकर वैज्ञानिक खेती के गुर सिखाये गये हैं। कृषि उपज मंडी उज्जैन में कृषि मेले का समापन 3 मई को दोपहर 3 बजे होगा। यह मेला ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के तहत कृषि महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला स्तरीय आयोजन है।
कृषि विज्ञान मेले में आये किसानों को समृद्धी की ओर अग्रसर करने के लिये कई प्रकार की जानकारियों से मेले को सजाया गया है। विभिन्न विभागों ने इस दिशा में अपने स्टाल लगाये हैं। खेत की मिट्टी परीक्षण के लिये किस प्रकार नमूना प्राप्त किया जाये, इसकी बेहतरीन जानकारी दी गई है। दुधारू पशु किस प्रकार ज्यादा से ज्यादा दुग्ध उत्पादन करे, इसकी जानकारी पशु चिकित्सा विभाग के स्टाल पर दी गई है। मछली पालन से किस प्रकार ज्यादा से ज्यादा आय प्राप्त की जा सकती है, यह जानकारी मत्स्य विभाग का स्टाल दे रहा है। कृषि विभाग के स्टाल पर लहसुन और प्याज की प्रमुख किस्में बताई गई है। रेज्डबेड पद्धति से बुवाई के लाभ बताये गये हैं। प्लास्टिक मल्चिंग पद्धति समझाई गई है। जल संरक्षण के लिये रूफ वाटर हार्वेस्टिंग संरचना निर्माण की जानकारी भी दी गई है।
उन्नत कृषि उपकरणों का प्रदर्शन
कृषि विज्ञान मेले में किसानों को आधुनिक खेती की ओर अग्रसर करने के लिये बहुआयामी कृषि उपकरण प्रदर्शित किये गये हैं। ये उपकरण उन्नत खेती के लिये वर्तमान समय में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह कर रहे हैं। इन उपकरणों के उपयोग से कम समय में अधिक उत्पादन कम लागत तथा मुनाफे की खेती की जा रही है। इनमें सीड ग्रेडर, हस्तचलित बीजोपचार यंत्र, रेज्डबेड प्लांटर, रोटावेटर, जीरोटिलेज सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, रिवर्सिबल प्लाऊ आदि उपकरण शामिल हैं।
महापौर ने अवलोकन किया
मंगलवार को कृषि विज्ञान मेले में महापौर श्रीमती मीना जोनवाल भी पहुंची। उन्होंने मेले में लगाये गये विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। मेले में की जा रही गतिविधियों से अवगत हुईं। इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उनका स्वागत अभिनन्दन किया गया।