शहीद की पत्नी ने किया पति के अंतिम संस्कार करने से इंकार, कहा- पूरा शव लेकर आओ
अमृतसर. नायब सूबेदार परमजीत सिंह की बॉडी सेना के हेलिकॉप्टर से तरन तारन के गांव वेईपुई स्थित घर पहुंची। शहीद परमजीत की पत्नी ने एक न्यूज चैनल पर कहा कि अगर पति का पूरा शरीर नहीं मिला, तो उनका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, "भारत सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। पाकिस्तानी सैनिकों के सिर भी काटकर लाने चाहिए, तब उन्हें पता चलेगा कि कैसा महसूस होता है।" उनके भाई रणजीत सिंह ने कहा, "वो अमर रहें। अगर मेरे भाई का एक भी अंग गायब हुआ, तो हम सरकार से इसका हिसाब मांगेंगे।"
- पिता उधम सिंह ने कहा, "परमजीत 10 मई को छुट्टी पर आने वाले थे, लेकिन उनकी शहादत की खबर आ गई। देश के लिए बलिदान सम्मान की बात है।"
- परमजीत की बॉडी जब तरन तारन पहुंची, तो वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। बच्चों ने उन्हें सलामी दी।
सरकार सबक नहीं लेती
- भाई रणजीत ने कहा, "ये पहली बार नहीं है जब हमारे फौजियों के साथ दुश्मन सेना ने ऐसा व्यवहार किया है। फिर भी हमारी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। अगर पिछली घटनाओं के बाद उसे मुंहतोड़ जवाब दिया गया होता, तो पाकिस्तान की इतनी हिमाकत हो ही नहीं सकती थी। सैनिकों के साथ ऐसे सलूक का बदला लेना सरकार की जिम्मेदारी है।"
शहीद जवानों के सिर काटे
- पुंछ में भारतीय इलाके में सोमवार को 250 मीटर अंदर तक घुसी पाक बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ने आर्मी-बीएसएफ की पेट्रोल पार्टी पर हमला कर दिया। सेना के दो जवान जेसीओ नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर शहीद हो गए। इसके बाद हमले में शहीद हमारे दो जवानों के सिर काट लिए।
एक दिन पहले इसी इलाके में थे पाक आर्मी चीफ
- पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने रविवार को ही एलओसी का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों से मुलाकात की थी। कहा था- उनका देश और आर्मी कश्मीरियों की सियासी लड़ाई में मदद करना जारी रखेंगे। बाजवा पीर पंजाल रेंज के हाजी पीर सेक्टर पहुंचे थे। यह इलाका पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर से 30 किमी की दूरी पर है।