पाकिस्तानी सेना ने जाल में फंसा ली भारतीय सैनिकों की जान, दो जवान हुए थे शहीद
पाकिस्तान द्वारा बनाए गए बूबी ट्रैप में भारतीय सेना और बीएसएफ़ के जवान फंस गए और इसकी वजह से दो जवानों को अपनी जान गवानी पड़ी. यही नहीं पाकिस्तान की सेना ने भारतीय सेना के शहीद हुए जवानों के शवों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया. बीएसएफ़ ने जो रिपोर्ट मंत्रालय को दी है, उसके मुताबिक़ इनपुट ये मिला था कि कुछ लैंडमाइन एक नाले में पाकिस्तान सेना बिछा रही है. उसकी पुष्टि करने जब जवान गए तब वो बूबी ट्रैप में फंस गए.
एक सीनियर अफ़सर ने एनडीटीवी को बताया, "फ़ॉर्वर्ड डेफेंस लाइन में लैंड माइन की जानकारी मिली तो सेना की टुकड़ी उसकी पुष्टि करने वहां गई, तभी पाकिस्तान ने कायरतापूर्ण हमला कर दिया,"
बारूदी सुरंगों पर ध्यान लगाए दल को पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) ने हैरत में डाल दिया. बैट ने भारतीय सीमा में 250 मीटर से ज्यादा भीतर घुसकर यह जाल बिछाया था. इस वारदात के बाद बीएसएफ़ के डीजी केके शर्मा ने गृह सचिव राजीव मेहरिशि से मुलाक़ात भी की. उन्होंने न सिर्फ़ घटना की जानकारी दी बल्कि बॉर्डर इलाक़े में सतर्कता कैसे बढ़ाई जाए इसके बारे में भी आगाह किया. मंत्रालय का आंकलन है कि पाकिस्तान एलओसी में अपनी सक्रियता बनाए रखने के लिए इस तरह कार्रवाइयो को कर रहा है.
जम्मू में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह पाकिस्तानी सेना का पूर्वनियोजित हमला था. उन्होंने बॉर्डर एक्शन टीम को भारतीय सीमा में 250 मीटर से भी ज्यादा अंदर भेजा और हमला करने के लिए देर तक घात लगाकर हमला किया." उन्होंने कहा, "उनका निशाना एक चौकी से निकलने वाला, सात-आठ सदस्यों वाला गश्ती दल था." उन्होंने कहा कि चौकियों पर हमला हो रहा था, ऐसे में गश्ती दल के सदस्य सुरक्षा का उपाय कर रहे थे.
बैट की भर्ती विशेष रूप से नियंत्रण रेखा के पार कार्रवाई के लिए की गई है. पाकिस्तान में बैट का प्रमुख हिस्सा एसएसजी :विशेष सेवा समूह: है. इसका प्राथमिक कार्य नियंत्रण रेखा पर विवादित कार्रवाई करना है. अतीत में भी कई बैट हमले हुए हैं.