अखबार में पढ़ा तो पता चला बलात्कार का मुकदमा दर्ज हो गया
थप्पड़ मारने के विवाद में युवक ने पत्नी को थाने ले जाकर दर्ज करवाया बलात्कार का झूठा मुकदमा
उज्जैन। उधारी के रूपये मांगने पर हुए विवाद में एक युवक ने पत्नी को ले जाकर थाने में मारपीट करने वाले युवक के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करा दिया। मारपीट की घटना के तीन दिन बाद अखबार छपी खबर पढ़कर युवक को पता चला कि उस पर बलात्कार का प्रकरण दर्ज हो गया है। युवक की मां ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष मामले में निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।
बुधवारिया निवासी महिला ने हीरा मिल की चाल निवासी विकास गुप्ता उर्फ लाला के खिलाफ कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज कराया कि लाला तथा उसके पति दुर्गा ने उसके घर पर शराब पी। शराब के नशे में पति दुर्गा बेहोश हो गया। इसका फायदा उठाकर लाला ने महिला से दुष्कर्म किया और भाग निकला। जब यह खबर विकास तथा उसकी मां बसंती गुप्ता ने अखबार में पढ़ी तो कोतवाली थाने जाकर हकीकत जानी तो प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिली। विकास गुप्ता के अनुसार बुधवारिया निवासी दुर्गा ने उससे दो हजार रूपये उधार लिये थे और गुरूवार को देने को कहा था। रूपये देने में आनाकानी कर रहा था। जब उससे रूपये मांगे तो उसने गुरूवार शाम को तेलीवाड़ा चैराहा स्थित कलाली पर रूपये लेने के लिए बुलाया। यहां पर वह रूपये देने की बजाय गाली गलौच और झगड़े पर उतारू हो गया। गहमागहमी में विकास ने दुर्गा को थप्पड़ मारकर गिरा दिया और रूपये जल्दी लौटाने की धमकी देकर लौट आया। इस घटना के बाद शनिवार को अखबार में विकास के खिलाफ बलात्कार का प्रकरण दर्ज होने की खबर छपी तो मां बसंती गुप्ता कोतवाली थाने पहुंची और पुलिस से घटना की जानकारी ली। पुलिसकर्मियों ने उसे कहा कि बेटे को भेज दे उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है।
सीसीटीवी कैमरे की जांच हो, घटना पता चल जाएगी
विकास गुप्ता के अनुसार तेलीवाड़ा चैराहे पर जहां उनके बीच झगड़ा हुआ वहां कैमरे भी है, जिसकी जांच की जाए तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। दुर्गा आदतन अपराधी है, चोरी, नकबजनी के आरोप में कई बार बंद हो चुका है। रूपये नहीं दे रहा था इसलिए उसके साथ मेरा झगड़ा हुआ है। बदला लेने और रूपये नहीं देने पड़े इसलिए झूठा प्रकरण दर्ज कराया है।
बेटा बलात्कारी हो तो नंगा करके जुलूस निकाल देना
बसंती गुप्ता के अनुसार विकास का लीवर खराब है। पांव में पस भरा जाता है, पांव से पूरे शरीर में भरा जाता है। एक साल से भी ज्यादा समय से उसका इलाज चल रहा है। 15-15 दिन भर्ती करना पड़ता है। कई बार उसे कभी सरकारी तो कभी प्रायवेट अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है। दुर्गा शराब के नशे में था इसलिए विकास थप्पड़ मार सका। यदि मेरे बेटे पर आरोप सही साबित हो तो उसका नंगा करके जुलूस निकाल देना। लेकिन पुलिस मामले में पहले जांच करे, निर्दोष विकास को ऐसे बदनामी वाले काम की सजा नहीं दी जाए।