top header advertisement
Home - उज्जैन << युवाओं की कोशिश और जनसहयोग से बचा विधवा का घर , मदद के लिए आगे आई कई संस्थाए

युवाओं की कोशिश और जनसहयोग से बचा विधवा का घर , मदद के लिए आगे आई कई संस्थाए


जनसहयोग से जुटाए 3 लाख 9 हजार रूपये हाउसिंग बोर्ड में जमा कराए
किस्त जमा नहीं हो पाने के कारण मकान को नीलाम करने की कारवाई हाउसिंग बोर्ड द्वारा की जा रही थी।

नागदा। नागदा में रहने वाली विधवा दिनेश्वरी वर्मा के लिए शहर के कुछ युवां फरिश्ते बनकर सामने आए। जिन्होंने जनसहयोग से 3 लाख 9 हजार रूपये इकट्ठा कर उनका आशियाना छिनने से बचा लिया। दिनेश्वरी वर्मा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहती हैं। हाउसिंग बोर्ड से उन्हें एक नोटिस मिला था जिसमें लिखा था कि 28 अप्रैल तक उन्हें मकान की बकाया किस्त 3 लाख 9 हजार रूपये जमा करना हैं। नोटिस में यह भी लिखा था कि यह उनके लिए अंतिम अवसर हैं। राशि नहीं जमा कराई गई तो मकान पर हाउसिंग बोर्ड का कब्जा हो जाएगा। जिसके बाद मकान नीलाम कर दिया जाएगा। दिनेश्वरी वर्मा के पति की मौत सन् 1989 में हो गई थी उसके बाद से बुजुर्ग मां व एक दिव्यांग बेटे की जिम्मेदारी खुद के कंधो पर आ गई थी। कुछ समय बाद घर खर्च चलाना भी मुश्किल होने लगा। जैसे तैसे आंगनवाडी में सहायिका के पद पर नौकरी मिली तो 4 हजार रूपये के वेतन में मकान किस्त नहीं भर पाई। मामला न्यायालय में पहुंचा जहां से दिनेश्वरी वर्मा को मकान पर बकाया मूल व ब्याज समेत 3 लाख 9 हजार रूपये 28 अप्रैल तक जमा करने का नोटिस थमा दिया गया। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में निवासरत कुछ लोगों ने थोडे थोडे रूपये जमा करा कर 3 लाख 9 हजार रूपये इकट्ठा कर लिए । लोगों ने यह राशि विधवा को दी और उसने यह रूपये हाउसिंग बोर्ड उज्जैन कार्यालय में जमा करा दिए हैं। यह राशि क्षेत्र के युवकों ने एक सप्ताह में इकट्ठा की हैं।
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में निवासी गरजीत सिंह , अमनदीप खालसा, धर्मेन्द्र सिंह चौहान, अजय अग्रवाल , हितेश कोठारी , डॉ. अनुराग चौघरी, मोती शेखावत, आदी ने इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी उठाई। महिला की मदद के लिए फेसबुक ,ट्विटर ओैर व्हाटसप पर अभियान चलाया। और सफल भी हुए। इसके लिए सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया । अभियान का असर यह हुआ कि कई लोगों एवं सस्थाओं ने आगे आकर महिला के घर को बचाने के लिए दिल खोलकर सहयोग दिया।     इस अभियान में छोटे बच्चों से लेकर जनप्रतिनिधियों ने भी सहयोग किया। और महिला का मकान निलाम होने से बच बया।
इस अभियान में सहयोग देने वाले अमनदीप खालसा के अनुसार महिला के मकान का लोन तो चुका दिया हैं अब मकान की रजिस्ट्री करवाना शेष हैं। जिसमें करीब 60 हजार रूपये का खर्च आएगा। यह राशि भी जनसहयोग से एकत्रित की जाएगी।
महिला को आर्थिक सहयोग करने वाले लोगों में प्रमुख रूप से मप्र असंगठित कामगार बोर्ड अध्यक्ष सुल्तान सिंह शेखावत, विधायक दिलिप सिंह शेखावत,  सूर्यप्रकाश शर्मा खाचरौद, रवि कांठेड,  लायंस क्लब नागदा ग्रेटर, देवेंद्र बनवट खाचरौद, नपाध्यक्ष अशोक मालवीय, लघु उद्योग भारतीय संघ गादाम ग्रुप, भूपेन्द्र कौर खालसा, गोविंद मोहता , जैन सोशल ग्रुप आदि प्रमुख हैं। 

 

Leave a reply