बीमार हो रहे शहरवासी-कांग्रेस पार्षद दल ने कमिश्नर से मिलकर व्यवस्थाएं सुधारने का किया अनुरोध
कम दबाव से सप्लाय हो रहा गंदा पानी
उज्जैन। गंदे पानी तथा कम दबाव से जलप्रदाय के कारण शहरवासियों को आ रही परेशानी तथा फैल रही बीमारियों के संबंध में कांग्रेसी पार्षदों का दल निगम कमिश्नर आशीष सिंह से मिला। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के नेतृत्व में मिले दल ने कमिश्नर से शहर वासियों को भरपूर जल, शुध्द जल देने हेतु टंकियों को पूरी क्षमता से भरने, हर तीन माह में एक बार टंकियों की सफाई करने, शहर भर में बंद पड़े हैंडपंपों को सुधारने की मांग की जिससे जनता को भीषण गर्मी में पानी के लिए दर-दर न भटकना पड़े ओर न ही बीमार होेने पर अस्पताल के चक्कर।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के अनुसार शहर में प्रतिदिन गंदा और प्रदूषित पानी सप्लाय किया जा रहा है। जिसके कारण भीषण गर्मी में शहर में बच्चे, बड़े बीमार हो रहे हैं और डायरिया, हैजा जैसी बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ गई है। गंभीर डेम पर ट्रीटमेंट संयंत्र प्लांट पर केमिस्ट नहीं होने से केमिकल की मात्रा का मापदंड नहीं हो पा रहा। शहर भर में पानी की टंकियां पूरी क्षमता के साथ नहीं भरते हुए आधी भरी जा रही हैं जिसके कारण वार्डों में जनता को पर्याप्त मात्रा में पानी सप्लाय नहीं हो पा रहा। गंभीर डेम में पर्याप्त पानी होने के बावजूद शहर में कृत्रिम जलसंकट की स्थिति है और भरी गर्मी में लोग पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। वशिष्ठ के साथ ज्ञापन देने के दौरान माया राजेश त्रिवेदी, विजयसिंह दरबार, जितेन्द्र तिलकर, सपना सांखला, आत्माराम मालवीय, हेमलता राजेन्द्र कुवाल, रहीम लाला, गुलनाज नासिर खान, हिम्मतसिंह देवड़ा, ताराबाई मालवीय, जफर एहमद सिद्दीकी, रेखाबेन सुरेश गेहलोत आदि उपस्थित थे।
शहर भर में बंद पड़े हैंडपंप
राजेन्द्र वशिष्ठ के अनुसार सभी वार्डों में लगे हैंडपंपों में अधिकांश खराब स्थिति में है। शहर की गरीब तथा निचली बस्तियों में पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता तब वे हैंडपंप पर निर्भर होते हैं। ऐसी स्थिति में हैंडपंपों का संधारण कार्य भी विभाग द्वारा समय रहते नहीं किये जाने से पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है। जहां सार्वजनिक हैंडपंप बोरिंग है वहां सिंहस्थ क्षेत्र से निकली पानी की मोटर एवं पानी की टंकियां लगाई जाएं जिससे जनता को पानी की समस्या से निजात मिल सके।
बारिश देरी से हुई तो..
बारिश यदि समय पर नहीं होती है तो पीने के पानी की क्या व्यवस्था होगी इसकी प्लानिंग जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर करें। गर्मी मंे गंदा पानी और कम दबाव से पानी मिल रहा है तो बारिश नहीं होने पर समस्या विकराल होने की संभावना है। ऐसे में जनता को हैंडपंप और बोरिंग पर ही निर्भर रहना पड़ेगा।
किश्त नहीं मिलने से खुले आसमां के नीचे रह रहे लोग
वशिष्ठ के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों के प्रथम किश्त जारी होकर प्रथम चरण में कालम, दीवार आदि कार्य कर लिया है। उपयंत्री द्वारा निरीक्षण भी किया किंतु फिर भी बैंक खातों में योजना की दूसरी किश्त की राशि नहीं डाली जा रही है। जिसके कारण कई हितग्राहियों को राशि के अभाव में निर्माण कार्य आधा अधूरा बीच में ही छोड़ना पड़ा और खुले में ही जीवन यापन कर रहे हैं। कांग्रेसी पार्षदों ने कमिश्नर से मांग की कि जल्द से जल्द हितग्राहियों के खातों में राशि डाली जाए जिससे वह अपने मकानों का निर्माण कार्य पूर्ण कर सकें।