सुकमा में नक्सलियों ने किया जवानों पर हमला, 26 जवान हुए शहीद
रायपुर. सुकमा में सोमवार दोपहर 12.25 बजे सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन पर नक्सलियों ने हमला किया। इस हमले में 26 जवान शहीद हो गए और 6 घायल हैं। हमले के बाद सीएम रमन सिंह दिल्ली दौरा छोड़कर देर शाम रायपुर पहुंचे और अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की। पीएम, प्रेसिडेंट, होम मिनिस्टर ने इस हमले पर अफसोस जाहिर किया। नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी पर हमें फख्र है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।' 300 नक्सलियों ने किया CRPF की पेट्रोल पार्टी पर हमला...
- चितांगुफा और बुरकापाल के करीब सड़क बनाई जा रही है। सीआरपीएफ की पेट्रोल पार्टी यहां सफाई कर रही थी। करीब 300 नक्सलियों ने घात लगाकर हम
ला किया। सीआरपीएफ अफसर के मुताबिक पेट्रोल पार्टी में 99 जवान थे।
- सीआरपीएफ ऑफिसर के मुताबिक,"हमले में 26 लोग मारे गए। सर्च ऑपरेशन अभी जारी है। 7-8 जवान अभी भी लापता हैं। एनकाउंटर के बारे में पूरी जानकारी सर्च ऑपरेशन पूरा होने और सभी जवानों से कॉन्टैक्ट होने के बाद दी जाएगी।"
पहले गांव वालों को लोकेशन का पता लगाने भेजा
- एक घायल जवान ने बताया, "नक्सलियों ने पहले गांववालों को हमारी लोकेशन का पता लगाने के लिए भेजा। मैंने कुछ महिला नक्सलियों को भी देखा। सभी काली पोशाकों में थे। उनके पास एके सीरीज की राइफलें थें।"
10-12 नक्सली भी मारे गए
- जवान ने बताया, "मुठभेड़ के दौरान 10-12 नक्सली भी मारे गए।'
- घायल शेर मोहम्मद ने बताया, "हमले के दौरान जवाबी फायरिंग भी की गई। जिसमें कई नक्सली मारे गए हैं। मैंने 3-4 नक्सलियों को सीने पर गोली मारी।"
नक्सलियों ने हथियार लूटे
- सीआरपीएफ के अफसर के मुताबिक, "हमले में कंपनी कमांडर और इंस्पेक्टर रैंक के ऑफिसर के शहीद होने की भी आशंका है। माना जा रहा है कि नक्सली दर्जनभर से ज्यादा हथियार भी लूटकर ले गए।"
एंटी नक्सल ऑपरेशन शुरू, कोबरा कमांडोज पहुंचे
- "सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन को इलाके में एंटी नक्सल ऑपरेशन में जुट गई है। फोर्स के कोबरा कमांडोज और आसपास की दूसरी यूनिट्स भी मदद के लिए पहुंच गई हैं।"
एयरफोर्स ने घायलों को रायपुर पहुंचाया
- सुकमा हमले की खबर एयरफोर्स की एंटी नक्सल टास्कफोर्स को करीब 3 बजे मिली। जगदलपुर से तुरंत दो हेलिकॉप्टर घायलों को लाने के लिए मौके पर रवाना किए गए। मौके पर 7 घायलों को तुरंत रायपुर के हॉस्पिटल्स में पहुंचाया गया। इस दौरान रास्ते में एक घायल जवान की मौत हो गई। जवानों की बॉडी लाने के लिए रायपुर और जगदलपुर से कई हेलिकॉप्टर रवाना किए गए।
और ज्यादा सावधानी की जरूरत- रमन सिंह
- रमन सिंह ने रायपुर पहुंच कर कहा, "जिन डिस्ट्रिक्ट में हमले हो रहे हैं, वहां नक्सलियों पर काफी प्रेशर है। जवान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। ये काफी गंभीर घटना है और अब ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। इस मसले पर पीएम और होम मिनिस्टर से भी बात करूंगा।"
हमले की कड़ी निंदा करता हूं- प्रणब मुखर्जी
- प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी ने कहा, "मैं सुकमा में हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि। शहीदों के परिजनों के लिए मैं संवेदनाएं जाहिर करता हूं।'
जवानों की बहादुरी पर हमें फख्र- मोदी
- नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "छत्तीसगढ़ में हुआ हमला दुखद और कायराना हरकत है। हम हालात पर नजर रख रहे हैं। CRPF जवानों की बहादुरी पर हमें फख्र है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शहीद जवानों के परिवारों के लिए मैं संवेदना जाहिर करता हूं।"
हमला हमारे लिए चुनौती- राजनाथ
- राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, "सुकमा में सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने पर गहरा अफसोस है। शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि और उनके परिवारों के लिए मैं संवेदना जाहिर करता हूं। मैंने इस मसले पर हंसराज अहीर से बात की है। वो हालात का जायजा लेने छत्तीसगढ़ जा रहे हैं। ये हमला एक चुनौती भी है।"
बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिए- वेंकैया
- केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, "इस हमले से दुख पहुंचा है। जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिए। लोकतंत्र में इस तरह बिना कारण की गई हत्याओं के लिए जगह नहीं है।"
जवानों के बलिदान को सलाम- राहुल
- सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने सुकमा हमले की निंदा की। राहुल ने कहा, "सुकमा अटैक में शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त करता हूं। हम बहादुर जवानों के बलिदान को सलाम करते हैं।"
मार्च में भी किया था हमला, 12 जवान शहीद हुए थे
- सुकमा में 11 मार्च को भी नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया था। इस हमले में 12 जवान शहीद हो गए थे। नक्सली जवानों के हथियार भी लूट ले गए। नक्सलियों ने सुबह 9:15 AM बजे तब हमला बोला, जब CRPF के 219th बटालियन के जवान रोड ओपनिंग टास्क के लिए जा रहे थे। आईजी सुंदर राज ने बताया कि सिक्युरिटी पर्सनल्स इलाके में रोड ओपनिंग एक्सरसाइज कर रहे थे, उसी वक्त माओवादियों ने उन पर फायरिंग की। बता दें कि ये वही इलाका है, जहां 2010 में नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे।