उमा भारती, कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की मांग
कलेक्टर तथा एसपी को पत्र लिखकर तीन दिन में कार्यवाही करने को कहा-नहीं की तो दोनों के खिलाफ करेंगे न्यायालयीन कार्यवाही
उज्जैन। शिवरात्रि महापर्व पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए, शासकीय कर्मचारियों के कार्य में बाधा उत्पन्न कर गर्भगृह में जबरन घुसने के मामले में कलेक्टर एवं एसपी को शिकायत की गई है। शिकायती पत्र में एडवोकेट एवं आम जनों ने मांग की है कि तीन दिन में विजयवर्गीय तथा उमा भारती के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएं अन्यथा दोनों के खिलाफ न्यायालयीन कार्यवाही की जाएगी।
एडवोकेट यशवंत अग्निहोत्री के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा बैठक में निर्देश जारी किये गये थे कि महाकाल मंदिर गर्भगृह में प्रवेश आमजन एवं वीआईपी को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया था और बाबा महाकाल के दर्शन नंदीहाल के पीछे से बेरिकेट्स से कराया जाना सुनिश्चित था जिससे श्रध्दालुओं को दर्शन व्यवस्थित और सुरक्षित हो सके और श्रध्दालु अनावश्यक धक्का-मुक्की से बच सके। लेकिन प्रशासन की व्यवस्था को केन्द्रीय मंत्री उमा भारती एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ध्वस्त करते हुए संपूर्ण मंदिर प्रशासन को पंगु बना दिया तथा शासकीय कर्मचारियों के कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया। मंदिर प्रशासन एवं जिला प्रशासन इन दोनों नेताओं के सामने पूर्ण रूप से असहाय नजर आया। उमा भारती ने गर्भगृह में प्रवेश को लेकर धरना दिया और बलपूर्वक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया तथा कैलाश विजयवर्गीय द्वारा अपने समर्थकों के साथ महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया जाना घोर अमर्यादित आचरण है। दोनों नेताओं का यह कदम किसी हादसे को जन्म दे सकता था, पूर्व में भी महाकाल मंदिर में हादसे हो चुके हैं। आस्था के केन्द्र में ऐसे वीआईपी मंदिर की व्यवस्थाओं को तोड़ने में अपनी शान समझते हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इस हेतु उमा भारती एवं कैलाश विजयवर्गीय पर वैधानिक कार्यवाही की जाना आवश्यक है। यशवंत अग्निहोत्री ने कहा कि कलेक्टर एवं एसपी को मांग पत्र देकर तीन दिन में विजयवर्गीय एवं उमा भारती पर वैधानिक कार्यवाही की मांग की है अन्यथा दोनों के विरूध्द न्यायालयीन कार्यवाही की जाएगी।