महाशिवरात्रि पर्व पर 2 दिन में 12 लाख रूपये से अधिक की भस्म एवं लड्डू प्रसादी का विक्रय हुआ
उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया। पर्व पर देश-विदेश के हजारों भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। पर्व पर महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा बनाये जाने वाले शुद्ध देशी घी से निर्मित लड्डू प्रसादी एवं सूखा मेवा प्रसाद (भस्मप्रसाद) का सशुल्क भक्तों को विक्रय किया जाता है। महाशिवरात्रि पर्व पर एक दिन में 9 लाख 16 हजार 475 रूपये का लड्डु प्रसाद का विक्रय किया गया। पर्व पर 24 एवं 25 फरवरी को 12 लाख 43 हजार 485 रूपये की प्रसादी का विक्रय किया गया। इसी प्रकार महाशिवरात्रि पर्व पर 6 काउन्टरों के माध्यम से एक दिन में 151/- की रसीद पर 8 लाख 33 हजार 973 रूपये की आय मंदिर समिति को हुई।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री अवधेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 24 फरवरी को 2 क्विंटल 988 कि. लड्डु एवं भस्मी प्रसाद कुल 304 कि. 700 ग्राम का विक्रय हुआ इसकी कीमत 9 लाख 16 हजार 475 रूपये मंदिर समिति को आय हुई। इस दिन भस्म प्रसाद 200 ग्राम के पैकेट 921 तथा 100 ग्राम के 1205 पैकेट का विक्रय किया गया। इसी तरह लड्डु प्रसाद के 200 ग्राम के 5964 पैकेट, 500 ग्राम के 2624 पैकेट तथा 1 किलोग्राम 308 पैकेट का विक्रय किया गया। इसी तरह महाशिवरात्रि पर 24 फरवरी को अन्नक्षेत्र में दान 38 हजार 567 रूपये प्राप्त हुआ। अन्य रसीदों से दान 5202 रूपये प्राप्त हुये। इसी प्रकार महाशिवरात्रि के दूसरे दिन 25 फरवरी को लड्डू प्रसाद का कुल 1052.8 किलोग्राम तथा भस्म प्रसादी वजन 137.8 किलोग्राम का विक्रय किया गया। इससे 3 लाख 27 हजार 30 रूपये की आय मंदिर समिति को प्राप्त हुई।
उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि के दिन 24 फरवरी को 151/- की रसीद के 6 काउन्टर क्रमशः विक्रम टीले के पास, महाराजवाडा प्रांगण, चारधाम मंदिर के सामने, हरसिद्धी चैराहा, श्री महाकाल धर्मशाला तथा माधव सेवान्यास के पीछे बनाये गये थे। इनमें महाकाल धर्मशाला के काउन्टर से सर्वाधिक 151/- की 2774 रसीद का विक्रय हुआ इससे 4 लाख 18 हजार 874 रूपये की आय हुई। इस तरह छः काउन्टरों से 151/- की 5523 रसीद का विक्रय किया गया। जिससे 8 लाख 33 हजार 973 रूपये की आय प्राप्त हुई। यह आय मात्र एक दिन महाशिवरात्रि के दिन 24 फरवरी की प्रातः 5 बजे से 25 फरवरी की प्रातः 5 बजे तक की है।