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उज्जैन में दिव्यांग जोड़ों के विवाह की तैयारियां जोरों पर, कलेक्टर ने इंतजामों की समीक्षा की



    उज्जैन । उज्जैन में दिव्यांग जोड़ों के विवाह की तैयारियां जोरों पर हैं। आयोजन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी दिन-रात लगे हैं। पिछले 15-20 दिनों में सरकारी अमले और आयोजन से जुड़े अशासकीय व्यक्तियों, संस्थाओं द्वारा सतत मेहनत करके दिव्यांग जोड़ों को चिन्हांकित करके उनके भावी जीवन की रूपरेखा तय की है। इस सिलसिले में मेला कार्यालय में एक और बैठक सोमवार शाम आयोजित हुई। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने विवाह समारोह से जुड़े सभी व्यक्तियों को उनकी मेहनत के लिये बधाई देते हुए आगामी दिनों की तैयारियों के लिये दिशा-निर्देशित किया। बैठक में शहर काजी श्री खलीकुर्रहमान, जिले के विभिन्न स्थानों से आये मुस्लिम समाज के काजीगण, प्रशासकीय अधिकारी, श्री प्रकाश चित्तौड़ा, श्री सुरेन्द्रसिंह अरोरा, श्री केशरसिंह, व्यापारिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी, सरफराजभाई, नईमभाई आदि उपस्थित थे।

    आगामी 7 मार्च को उज्जैन में दिव्यांग जोड़ों का विवाह भव्य पैमाने पर आयोजित होने जा रहा है। कलेक्टर द्वारा विभिन्न व्यवस्थाओं के लिये पृथक-पृथक अधिकारी और आनन्दक तैनात किये जा रहे हैं। वैवाहिक रस्मों के लिये खासतौर पर एक-एक अधिकारी और दो-दो आनन्दक अपना दायित्व निभायेंगे। विवाह की मेंहदी रस्म, हल्दी रस्म, संगीत आयोजनों के लिये अधिकारियों और आनन्दकों को जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं। आयोजन में एसएएफ तथा बोहरा समाज के बैण्ड संगीत लहरियां बिखेरेंगे। शहर के और भी बैण्ड अपनी सेवाएं दे सकते हैं। इस आयोजन से जुड़े लगभग 200 आनन्दक एक ही कलर का साफा पहने हुए नजर आयेंगे। दूल्हों के लिये रेडिमेड साफों की व्यवस्था की जा रही है।

    स्टेनफोर्ड स्कूल परिसर में निकाह तथा फेरे होंगे। वहीं कान्हा वाटिका में मेंहदी, हल्दी रस्में तथा संगीत आयोजन होगा। निकाह की व्यवस्था के लिये एक कमेटी रूपरेखा तय करेगी। दिव्यांग जोड़ों के लिये कई व्यक्तियों द्वारा गार्जियन की भूमिका भी निभाई जायेगी। ये गार्जियन विवाह के बाद भी उनके भविष्य के मार्गदर्शन में भूमिका निभायेंगे। आगामी 7 मार्च को होने वाले विवाह आयोजन के एक दिन पूर्व 6 मार्च से दिव्यांगजन तथा उनसे जुड़े परिजन, रिश्तेदार उज्जैन आ जायेंगे। इस दिन दोपहर का भोजन भी दिया जायेगा। बाहर से आने वाले विवाह से जुड़े परिवारों, व्यक्तियों के ठहरने की व्यवस्था उज्जैन के कई होटलों, स्कूलों तथा अन्य संस्थानों में की जा रही है। आगामी दो दिनों में यह तय हो जायेगा कि किन स्थानों से आने वाले परिवारजन कहां ठहरेंगे। इसके सूचनात्मक फ्लेक्स भी उन स्थानों पर लगाये जायेंगे। दिव्यांग जोड़ों को दी जाने वाली विवाह सामग्री के पृथक-पृथक सेट भी तैयार करना शुरू कर दिये जाने वाले हैं।

    इस दिव्यांग विवाह आयोजन से जुड़ी खास बात यह है कि दिव्यांगों के विवाह से लेकर उनके भविष्य तक का इंतजाम प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है। दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन, अन्तर्जातीय विवाह, मुख्यमंत्री कन्यादान, दिव्यांग पेंशन आदि योजनाओं का लाभ तो इन जोड़ों को मिलेगा ही, इसके साथ ही यदि कृषि कार्य से जुड़े हैं तो उनको कृषि, उद्यानिकी योजनाओं से विभिन्न अनुदान, बीज, बीज किट, कपिल धारा कूप, नाडेप, मेड़बंधान जैसे अनेक लाभ शासन की योजनाओं से मिलने वाले हैं। इन लोगों के सीमांकन, बंटवारे जैसे कार्य भी प्राथमिकता से किये जायेंगे। दिव्यांगों के स्वरोजगार सम्बन्धी प्रकरण भी तैयार किये जा रहे हैं।

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