पृथ्वी लोक के अधिपति भगवान महाकाल ने शिवरात्रि के दूसरे दिन पुष्प मुकुट धारण कर भक्तों को दिये दर्शन
उज्जैन । पृथ्वी लोक के अधिपति राजा भगवान महाकाल ने महाशिवरात्रि के दूसरे दिन सवा मन का पुष्प मुकुट धारण कर भक्तों को अपने दिव्यरूप में दर्शन दिये। वर्ष में एक ही बार महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान महाकाल की दोपहर में भस्मार्ती की गई। महाशिवरात्रि पर्व पर लगातार भगवान शिव के दर्शन 44 घण्टे दर्शनार्थियों ने किये। गर्भगृह के पट लगातार महाशिवरात्रि पर्व पर खुले रहे इससे दर्शनार्थियों ने भगवान भोलेनाथ के निरन्तर दर्शन किये। भगवान भोलेनाथ का सवामन पुष्प मुकुट दर्शन 25 फरवरी की प्रातः से शुरू हुआ। तत्पश्चात पूर्वान्ह्ः 11.30 बजे के लगभग मुकुट उतारा गया। इसके बाद भगवान महाकाल की वर्ष में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मार्ती की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। भस्मार्ती एवं भगवान भोलेनाथ की आरती का दर्शनार्थियों ने ध्यानमंग्न होकर दर्शन लाभ लिया। महाशिवरात्रि पर्व पर प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से आम दर्शनार्थियों को आसानी से शीघ्र दर्शन हो सके, इसकी दर्शनार्थियों के द्वारा सराहना की गई। दोपहर की भस्मार्ती में जिला कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे, पुलिस अधीक्षक श्री एमएस वर्मा एवं नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह ने कार्तिकेय मंडपम की रैलिंग में बैठकर भगवान भोलेनाथ की भस्मार्ती का दर्शन लाभ लिया।
महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल सोते नहीं है और सतत 44 घण्टे अपने भक्तों को दर्शन देते है। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल के अलग-अलग रूपों में हजारों भक्तों ने दर्शन लाभ लेकर पुण्य प्राप्त किया। भगवान राजा महाकाल नित नूतन और अभिनव रूपों में भक्तों को दर्शन देते हैं, कभी प्राकृतिक रूप में तो कभी राजसी रूप में आभूषण धारण कर तो कभी भांग, चंदन, सूखे मेवे से तो कभी फल, पुष्प से सजते हैं। विश्व में अकेले महाकाल हैं, जिनके इतने रूपों में दर्शन होते हैं। इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर बेहतरीन व्यवस्थाओं के कारण दूर दराज से आने वाले भक्तों ने शीघ्र दर्शन करे। इसकी कई दर्शनार्थियों ने चर्चा कर प्रशंसा की है। आज शनिवार को दोपहर की भस्मार्ती का कई दर्शनार्थियों ने लाभ लिया। व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त रखने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के कई आला अधिकारियेां ने निरंतर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
पुष्प मुकुट दर्शन के लिये भीड़ उमड़ी महाशिवरात्रि पर सुगम दर्शन की प्रशंसा
महाकालेश्वर मन्दिर में महाशिवरात्रि के दूसरे दिन सुबह पुष्प मुकुट दर्शन के लिये भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों लोगों ने भगवान महाकाल का दर्शन कर पुण्यलाभ प्राप्त किया। यात्रियों की सुविधा के लिये देवासगेट नानाखेड़ा व टॉवर चौक से सिटी बस का संचालन किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इस सशुल्क व्यवस्था का लाभ लिया।
विकास प्राधिकरण द्वारा तीन स्थानों पर की गई जूता स्टेण्ड की व्यवस्था की सभी श्रद्धालुओं को भायी तथा इस बार की गई व्यवस्था की सभी ने मुक्तकंठ से सराहना की। आम श्रद्धालुओं को आज 30 से 40 मिनिट में दर्शन हुए।