ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने महाशिवरात्रि पर्व पर महाकाल मंदिर में की गई व्यापक व्यवस्थाओं पर संतोष जताया और जिला प्रशासन की प्रशंसा की
उज्जैन | श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व 24 फरवरी को प्रातः भस्मार्ती में बाबा को गुलाब जल एवं पंचामृत चढाया गया। महाशिवरात्रि पर्व पर अपरान्ह् तक हजारों दर्शनार्थियों ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दर्शन सुविधा के लिए व्यापक व्यावस्थाएं की गई थी। व्यवस्थाओं पर दर्शनार्थियों के द्वारा भूरी-भूरी प्रशंसा की। वहीं प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से उनके द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने परिवार सहित भगवान महाकाल के दर्शन किये। इसी प्रकार सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय ने भी व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। महाशिवरात्रि पर केन्द्रिय मंत्री सुश्री उमा भारती ने भी भगवान महाकाल के दर्शन किये।
प्रातः की आरती के बाद दोपहर में शासकीय अभिषेक एवं पूजन तहसीलदार संजय शर्मा द्वारा किया गया। व्यवस्थाओं को दृष्टिगत रखते हुए ए.डी.जी.पी. श्री व्ही. मधुकुमार, कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति श्री संकेत भोंडवे, पुलिस अधीक्षक श्री एम.एस. वर्मा, नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह द्वारा सपत्निक बैरीकेट में खडे होकर पूजन अर्चन किया। पूजा अर्चना पुजारी प्रदीप गुरू ने संपन्न करवाई। महाशिवरात्रि पर सायं 4 बजे होलकर एवं सिंधिया परिवार द्वारा वंशपरंपरानुसार 11 पंडितो द्वारा अभिषेक पं.श्री घनश्याम पुजारी के आचार्यत्व में किया गया। अभिषेक पश्चात सायं आरती हुई।
आज शिव धारण करेंगे सवा मन का पुष्प मुकुट
श्री महाकालेश्वर मंदिर में वर्ष में एक ही बार भगवान महाकाल को सवा मन का पुष्प मुकुट धारण कराया जाता है और साथ ही महाशिवरात्रि पर्व पर लगातार भगवान शिव के दर्शन दर्शनार्थियों के लिए 44 घंटे गर्भगृह के पट खुले रहते है। महाशिवरात्रि पर ही ऐसा अवसर आता है जिस पर महाकाल सोते नहीं है। इस पर्व पर भगवान महाकाल सवा मन का फूलों से सजा मुकुट धारण करते है। साल में एक बार दिन में 12 बजे भस्मार्ती होती है। जिसके दर्शन के लिए आते है। भस्मार्ती के पश्चात सप्तधान एवं मुकुट के पुष्प प्रसाद के रूप भक्तों में वितरण किया जाता है।
समाजसेवी एवं स्वास्थ्य संस्थाओं ने भी दी अपनी सेवाएं
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शिवरात्रि पर्व पर जहां एक तरफ शहर के समाजसेवियों ने बहार से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए फलाहार वितरण किया वहीं कई संस्थाओ ने पानी पिलाकर भक्तों की सेवा की निजी एवं शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं ने भी अपनी कर्मठता से आने वाले श्रद्धालुओं को ग्लुकोस व अन्य दवाईयां देकर सेवा कार्य का निर्वहन किया। साथ ही मंदिर परिसर के आस-पास के क्षेत्र में महाकाल मंदिर सहित अन्य संस्थाओं की एम्बूलेंस तैनात रही। इसके अलावा फायर फाईटर भी यहां मौजूद रहे। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों ने बखूबी अपनी सेवाएं दी। जिला प्रशासन ने महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के साथ मिलकर दर्शनार्थियों के लिए जूता स्टेण्ड की व्यवस्था की थी जो कारगर साबित हुई। आने वाले श्रद्धालुओं को इसका संपूर्ण लाभ मिल सका।
मंदिर की दर्शन व्यवस्था
शिवरात्रि पर्व पर कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री संकेत भोंडवे द्वारा आम श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्थाओं के साथ-साथ दिव्यांग, असहाय, वरिष्ठजनों के लिए पृथक-पृथक दर्शन व्यवस्थाएं की गई थी। दिये गये निर्देशानुसार सभी को आसानी से दर्शन लाभ मिल सका। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने दर्शन व्यवस्था का सतत जायजा लेते रहे और अपने मातहतों को व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कन्ट्रोल रूम से व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे।
सुगम दर्शन व्यवस्था की सभी ने सराहना की
महाशिवरात्रि पर्व पर जिला प्रशासन एवं महाकाल मन्दिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई थी। बाहर से आने वाले एवं शहर के नागरिकों के लिये विशेष रूप से महाकाल पहुंचने के लिये सिटी बस देवासगेट, नानाखेड़ा तथा टॉवर चौक से चलाई गई। इन बसों में दिव्यांग एवं वृद्धजनों ने नि:शुल्क यात्रा की। इस बार पार्किंग एवं जूता स्टेण्ड की व्यवस्था भी बहुत अच्छी की गई। उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा तीन स्थानों पर की गई जूता स्टेण्ड की व्यवस्थाओं की सराहना दर्शनार्थियों द्वारा की गई।
महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह से ही बड़ी संख्या में दर्शनार्थी दर्शन हेतु महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचने लगे। हरसिद्धि मन्दिर से लेकर महाकालेश्वर मन्दिर तक दर्शनार्थियों की कतार लगी हुई थी। सभी लोग कतार में लगकर ‘जय महाकाल’, ‘बम बम भोले’ का उद्घोष कर रहे थे। आम श्रद्धालुओं को 45 मिनिट से एक घंटे में सुगम दर्शन हो रहे थे। इस कारण आमजन काफी प्रसन्न नजर आये। मंदसौर के श्री मेहरबानसिंह ने कहा कि इस बार सब व्यवस्था अच्छी है। कोई धक्का-मुक्की नहीं है। इसी तरह जावरा से आये श्री प्रेमनारायण का कहना था कि श्रद्धालुओं के पाव न जले, इसके लिये बिछात करना, छाया की व्यवस्था करना और कर्मचारियों का मृदु व्यवहार सभी ने मिलकर सिंहस्थ की याद दिला दी। बांसवाड़ा राजस्थान से आये ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि अपने छह परिजनों के साथ बाबा के दर्शन को आये हैं और यहां की व्यवस्थाओं को देखकर हैरान हैं। उन्होंने कहा कि मात्र 50 मिनिट में भोले के दर्शन पाकर वे कृतार्थ हैं। शाजापुर जिले के गुलाना से आये रमेशचन्द्र ने बताया कि वे विगत पांच सालों से महाशिवरात्रि पर आते रहे हैं और ऐसी सुव्यवस्था पहली बार देख रहे हैं। शुद्ध पीने के पानी की व्यवस्था, नि:शुल्क खिचड़ी वितरण और छाया की व्यवस्था की उन्होंने भूरि-भूरि प्रशंसा की।
कलेक्टर ने रातभर जागकर मॉनीटरिंग की
कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने महाशिवरात्रि की रात्रि में पूरे समय कंट्रोल रूम में बैठकर व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग की एवं दर्शनार्थियों के आवागमन और उनकी परेशानियों पर नजर रखी। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे एवं पुलिस अधीक्षक श्री एमएस वर्मा लगातार मन्दिर परिसर का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। महाशिवरात्रि के लिये बड़ी संख्या में प्रशासनिक व पुलिस का अमला तैनात किया। इसी के साथ इस बार पार्किंग की व्यवस्था मन्दिर से काफी दूर रखी गई, इसमें वीआईपी पार्किंग भी शामिल है। मन्दिर के निकट किसी भी वाहन को नहीं आने दिया गया। इससे श्रद्धालुओं की आवाजाही बाधित नहीं हुई।