स्मार्ट सिटी का लोगो फायनल, स्मार्ट सिटी के संचालक मण्डल की बैठक हुई
उज्जैन । उज्जैन स्मार्ट सिटी के संचालक मण्डल की बैठक आज कलेक्टर एवं अध्यक्ष उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री संकेत भोंडवे की अध्यक्षता में मेला कार्यालय मंत आयोजित की गई। बैठक में स्मार्ट सिटी के लोगो (प्रतीक चिन्ह) का अनुमोदन किया गया। लोगो में भगवान श्री महाकालेश्वर को प्रमुखता से दर्शाया गया है। कलेक्टर ने इस लोगो का ट्रेडमार्क के लिये आवेदन देने के निर्देश दिये हैं। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह, संचालक श्री जितेन्द्र दुबे, सुश्री रचना कुमार, श्रीमती राजश्री जोशी, उज्जैन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवधेश शर्मा, उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक दुबे, कंपनी सेक्रेटरी श्री प्रतीक त्रिपाठी, कार्यपालन यंत्री श्री हंसकुमार जैन सहित विभिन्न संचालकगण मौजूद थे।
बैठक में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंपनी एवं एचआर मैनेजमेंट एजेन्सी के चयन को लेकर चर्चा की गई तथा कंपनी के लिये लीगल सेल गठित करने का निर्णय लिया गया। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत पश्चिम क्षेत्र विद्युत कंपनी के विद्युत मीटरों से सोलर एनर्जी को जोड़ने सम्बन्धी प्रावधान करने को कहा गया। इसी के साथ बैठक में बिजली के स्मार्ट पोल को प्रोजेक्ट में लेने, इंटीग्रेटेड पार्किंग का प्रावधान करने तथा सीसीटीवी इंटेलीजेंट नेटवर्क का प्रावधान भी करने को कहा गया है।
स्मार्ट सिटी पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन
बैठक में उज्जैन स्मार्ट सिटी पर आधारित तीन मिनिट की फिल्म का प्रदर्शन किया गया। फिल्म में दर्शाया गया है कि किस तरह आमजन के सुझाव पर उत्कृष्ट, उन्नत एवं उज्ज्वल उज्जैन की अवधारणा पर काम किया जा रहा है। उज्जैन स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत 1023 एकड़ क्षेत्र को विकास के लिये चिन्हित किया गया है। स्मार्ट सिटी के तहत सांस्कृतिक विकास के कार्य को हाथ में लिया जायेगा। आराधना पथ का निर्माण किया जायेगा एवं रूद्र सागर का उन्नयन होगा। इसी के साथ शिप्रा किनारे 27 एकड़ क्षेत्र में तपोवन का विकास भी प्रस्तावित है। महाकाल क्षेत्र में मल्टी लेवल पार्किंग, देवासगेट एवं रेलवे स्टेशन क्षेत्र में मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब का निर्माण होगा, विनोद मिल एवं हीरा मिल क्षेत्र में आर्थिक क्षेत्र का पुनर्निर्माण तथा सस्ती आवासीय योजना आश्रय का काम हाथ में लिया जायेगा। सम्पूर्ण योजना पर 2200 करोड़ रूपये का व्यय अनुमानित है।