40 से अधिक कम्बाइन हार्वेस्टर्स, ट्रैक्टर्स, थ्रेशर्स एवं लेज़र लेवेलर्स जैसे आधुनिक यंत्र प्रदर्शित
आईटीसी चौपाल पर किसानों का सम्मेलन आयोजित
उज्जैन । नए युग की कृषि सेवा कम्पनी, ईएम3 एग्री सर्विसेस ने परम्परागत धारणा को तोड़ते हुए किसानों की कृषि उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिये किसान समुदाय हेतु भुगतान आधारित तकनीक और मशीनीकरण की सेवाओं का प्रदर्शन किया। कम्पनी द्वारा आज प्रदेश के किसानों के लिये आईटीसी चौपाल पर कटाई के इस मौसम के आधुनिक कृषि उपकरण पेश किए गए। सैकड़ों स्थानीय किसानों की मौजूदगी में 40 से अधिक हार्वेस्टर्स, ट्रैक्टर्स, टिलिंग मशीन, लेजर लेवेलर्स एवं थ्रेसिंग मशीन प्रदर्शित की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर मौजूद थे।
ईएम3 मध्यप्रदेश में जुलाई 2014 से समाधान केन्द्र नामक कृषि केन्द्रों के एक नेटवर्क के माध्यम से अपना कार्य संचालन कर रही है। इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रबंधित प्रत्येक समाधान केन्द्र कृषि विशेषज्ञों द्वारा बुनियादी और सटीक कृषि कार्यों के एक व्यापक प्रबंधन और सक्षम प्रणाली-संचयन, फसल कटाई के बाद भूमि प्रबंधन, भूमि की तैयारी, बुआई और फसल प्रबंधन आदि से सुसज्जित है।
संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर ने इस अवसर पर कहा कि प्रारंभ में कृषि केवल घरों में स्वयं के उपभोग के लिये की जाती थी और घर खर्च के अलावा बचा हुआ माल बाजार में बेच दिया जाता था। कृषि का समय के साथ विकास होता रहा है और अब किसान बैंकों से ऋण लेकर भी कृषि कार्य करते हैं, फिर भी भारत में प्रति हेक्टर कृषि उत्पादन अभी भी काफी कम है। कृषि मजदूरी की दरें भी पिछले कुछ सालों में बढ़ी है। निजी कंपनियों को छोटे किसानों को महंगी मशीनें एक उचित कीमत पर उपलब्ध करवाकर उनकी मदद करना चाहिये।
इस अवसर पर ईएम3 एग्री सर्विसेस के अध्यक्ष रोहताश माल बताया कि ‘‘ईएम3 पर हमारा आदर्श वाक्य है, ‘स्मार्ट भारत का स्मार्ट किसान’ और हम मध्यप्रदेश में कुछ वर्षों से इस ओर हुई प्रगति को देखकर खुश हैं ! प्रौद्योगिकी के कम इस्तेमाल के साथ देश में अधिकांश कृषि पद्धतियाँ अभी भी सदियों पुरानी तकनीक के अनुरूप ही है। कृषि मजदूरो की कमी और उपकरणों की उच्च लागत को देखते हुए कृषि उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में मशीनीकरण कृषि क्षेत्र में अत्यधिक महत्व रखता है। फसल काटने के बाद बची खूंटियों को जलाने की प्रचलित प्रथाओं के नकारात्मक प्रभाव आज हमें नजर आ रहे हैं, जो अब कृषि समुदायों और सरकारों के लिए एक प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है। सरकार के साथ काम करते हुए, हमारा इरादा आधुनिक कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करना और एक ही समय पर टिकाऊ खेती के तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है जिससे पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाकर किसानों की समृद्धि पर सकरात्मक प्रभाव डाला जा सके है।’’
उल्लेखनीय है कि ईएम3 मध्यप्रदेश में वर्तमान में 10 समाधान केन्द्रों और 150 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के माध्यम से मौजूद है। प्रत्येक केन्द्र मजबूत आईटी सक्षम सिस्टम और कृषि प्रौद्योगिकी पेशेवरों के द्वारा संचालित है। गुजरात में ईएम3 आलू उत्पादक किसानों के साथ बहुराष्ट्रीय मैक्केन फूड्स (इंडिया), फ्रेंच फ्राइज़ और आलू विशेषता के एक निर्माता के साथ साझेदारी में काम कर रहा है।